कमलनाथ की घोषणा के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मैं 2020 तक राज्यसभा सांसद हूं। अगर पार्टी मुझे लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है तो मेरी पहली प्राथमिकता राजगढ़ संसदीय सीट होगी लेकिन पार्टी जहां से कहेगी, वहां से चुनाव लड़ूंगा।
संसदीय सीट | किसे मिला टिकट | 2014 में कौन जीता |
टीकमगढ़ (एससी) | किरन अहिरवार | भाजपा |
खजुराहो | कविता सिंह | भाजपा |
शहडोल (एसटी) | प्रमिला सिंह | भाजपा |
बालाघाट | मधु भगत | भाजपा |
होशांगाबाद | शैलेन्द्र दीवान | भाजपा |
भोपाल | दिग्विजय सिंह | भाजपा |
मंदसौर | मीनाक्षी नटराजन | भाजपा |
रतलाम (एसटी) | कांतिलाल भूरिया | भाजपा |
बैतूल (एसटी) | रामू टेकाम | भाजपा |
मध्यप्रदेश के 9 उम्मीदवारों की पहली सूची में कांग्रेस ने चार महिलाओं को टिकट दिया है। इनमें से प्रमिला सिंह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई हैं। प्रमिला सिंह को शहडोल से उम्मीदवार बनाया गया है।
कांग्रेस ने 2014 में हारे दो उम्मीदवारों को फिर से टिकट दिया है। कांग्रेस ने मीनाक्षी नटराजन और कांतिलाल भूरिया को उम्मीदवार बनाया है। कांतिलाल भूरिया 2014 में लोकसभा चुनाव हार गए थे लेकिन बाद में हुए उपचुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की थी, जबकि मीनाक्षी नटराजन भी अपना चुनाव हार गईं थी। वहीं, कविता सिंह नातीराजा की पत्नी हैं। जबकि किरन अहिरवार ने बसपा से सियासत शुरू की थी। मीनाक्षी नटराजन को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता है।
भोपाल संसदीय सीट का भाजपा का गढ़ कहा जाता है। इस सीट पर आखरी बार कांग्रेस को 1984 में जीत मिली थी। भाजपा 1989 में पहली बार यहां से चुनाव जीता इसके बाद से यहां कांग्रेस कभी भी चुनाव नहीं जीत सकी है। 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के अलोक संजर ने जीत दर्ज की थी। इस बार यहां से भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं हुई है।
मध्यप्रदेश में चार चरणों में होगा चुनाव
29 अप्रैल-सीधी, शहडोल, मंडला, बालाघाट, जबलपुर, छिंदवाड़ा
6 मई-बैतूल, दमोह, खजुराहो, रीवा, सतना, होशंगाबाद, टीकमगढ़
12 मई-मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल,राजगढ़
19 मई-देवास, उज्जैन, धार, खंडवा, इंदौर, मंदसौर, रतलाम, खरगोन