वर्ष 2018 में राज्य में मण्डलम, सेक्टर की व्यवस्था लागू की गई थी। ब्लॉक अध्यक्ष के नीचे मण्डलम और उसके नीचे सेक्टर गठित किए गए। मण्डल और सेक्टर स्तर तक पदाधिकारी भी बनाए गए। जिम्मेदारी मिलने से कार्यकर्ताओं में भी उत्साह दिखा। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा में चुनाव इसका परिणाम दिखा। कांग्रेस को चुनाव में सफलता और सत्ता मिली। दमोह विधानसभा उप चुनाव में भी पार्टी को इसका लाभ मिला। इसलिए पार्टी इस व्यवस्था को और मजबूत करना चाहती है। मालूम हो प्रदेश की तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट के लिए उप चुनाव होना है।
पुनर्गठन की कवायद लगभग पूरी – मण्डलम और सेक्टर के पुनर्गठन की कवायद लगभग पूरी हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ स्वयं इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं। निक्रिष्य सदस्यों को बाहर किया जाना है। वहीं सिंधिया समर्थकों को भी चिंहित कर बाहर किया जाएगा। जिससे कहीं भी भितरघात की संभावना न रहे। उप चुनाव क्षेत्रों पर पार्टी का अधिक फोकस है। बूथ स्तर पर सक्रिय लोगों को प्रोत्साहित कर जिम्मेदारी देने की तैयारी है। जिससे दमोह की तरह इस उप चुनाव में भी पार्टी को सफलता मिल सके।