मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अब इसे लेकर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि बयानबाज नेता बेवजह की बयानबाजी न करें। जिन्हें भी परेशानी है वह पार्टी फोरम में अपनी बात रखें। वहीं, खबरें आ रही थीं कि विवाद की वजह से प्रदेश अध्यक्ष का चयन फिलहाल टल गया। इसे लेकर सोनिया गांधी ने कहा है कि मध्यप्रदेश में पीसीसी चीफ को लेकर फैसला जल्द हो जाएगा।
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी अभी सीएम कमलनाथ के पास ही है। सीएम कमलनाथ कई बार कह चुुके हैं कि मैंने आलाकमान के सामने पद छोड़ने की कई बाई पेशकश कर चुका है। जल्द ही इस पर कोई अंतिम निर्णय होगा। वहीं, विवाद बढ़ने पर पिछले दिनों दिग्विजय सिंह ने कहा था कि अभी इस पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है, क्योंकि कमलनाथ जी इस पर अभी बने हुए हैं।
जाहिर है सोनिया गांधी के इस बयान से यह उम्मीद की जा सकती है कि शायद इस महीने के अंत तक कोई फैसला पीसीसी चीफ को लेकर हो जाए। लेकिन प्रदेश में इसे लेकर तीन गुट जबरदस्त लॉबिंग कर रही है। इसमें एक गुट सीएम कमलनाथ, दूसरा दिग्विजय सिंह का और तीसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया का है। लेकिन सिंधिया गुट मुखर रूप से अपनी बात को रख रही है। इसी वजह से विवाद है।