कांग्रेस ही नहीं हर विपक्षी दल शिकार
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए शोभा ओझा ने कहा कि, ऐसा नहीं है कि पीएम द्वारा अपने विरोधियों को दबाने की कोशिशों का शिकार सिर्फ कांग्रेस ही हो रही है, बल्कि देश में जितने भी विपक्षी दल हैं वो सब भी ऐसी ही द्वेषपूर्ण कार्रवाई के शिकार हो रहे हैं, चाहे वह तेलुगुदेशम पार्टी हो, तृणमूल कांग्रेस हो, डीएमके हो, कुमारस्वामी हों या कोई और, उनपर तानाशाह मोदी कहर बरपाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। टीडीपी सांसद मुरली मोहन और उनके रिश्तेदारों के यहां पड़े छापों का जिक्र करते हुए ओझा ने कहा कि, ये एक ऐसी घटना थी, जिसके बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री तक को धरने पर बैठना पड़ा था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के करीबी सिंचाई मंत्री पुट्टराजू और उनके रिश्तेदारों के घर छापे मारे गए, जिसपर डीएमके के स्टालिन को यह कहना पड़ा कि “क्या आयकर विभाग कभी पीएम मोदी पर भी छापा मारेगा।”
शोभा ओझा ने उठाए सवाल
शोभा ओझा ने सवाल उठाते हुए कहा कि, ‘क्या सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग के सामने विपक्षी दल ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं? उन्हें चौकीदार और उनकी चोर मंडली का भ्रष्टाचार नजर नहीं आता? क्या येदियुरप्पा की डायरी में भाजपा को दिये गये जिस 1000 करोड़ रुपए का जिक्र था वो भ्रष्टाचार नहीं था? क्या जेटली और गडकरी को उनके द्वारा दिए गए 150-150 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की श्रेणी में नही आते? इसके अलावा, राजनाथ सिंह को दिए गए 100 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार नहीं था? ये कैसा दोहरा मापदंड है। क्योंकि अगर ऐसा नहीं है तो, जब तीन दिन पहले अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के काफिले की चेकिंग के दौरान 1.80 करोड़ रुपये मिले, जिसकी प्रामाणिक शिकायत कांग्रेस ने की थी। उस समय क्यों जांच एजेंसियां और चुनाव आयोग कार्रवाई नहीं करना चाहता था, जबकि कांग्रेस पार्टी ने सीधा शक जाहिर किया था कि वो पैसा वहां दूसरे दिन होने वाली “चोर चौकीदार” रैली में इस्तेमाल होने वाला था।
…तो इन नेताओं पर क्यों नही हो रही कार्रवाई
ओझा ने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए ये भी कहा कि, अगर ये छापे राजनैतिक द्वेष के कारण नहीं मारे जा रहे तो फिर इनके निशाने पर अब तक अमित शाह, जय शाह, येदियुरप्पा, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह के नाम क्यों नहीं हैं। उनके घर और ठिकानों पर अब तक छापेमारी क्यों नहीं हुई। ओझा ने आरोप लगाते हुए कहा कि, बीजेपी के ये वो नेता हैं जिनके नाम कई बड़े भ्रष्टाचारों और घोटालों में सामने आ चुके हैं। यही भाजपा का दोहरा चरित्र है जिसे पूरा देश देख रहा है, जिसका जवाब आने वाले चुनाव में भाजपा को जनता देगी।
आयकर विभाग की कार्रवाई में अब तक
आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रवीण कक्कड़ के समेत कमलनाथ से जुड़े कई लोगों के खिलाफ आयकर विभाग ने छापेमारी की कार्रवाई की। रविवार तड़के 3 बजे से शुरु हुई इस कार्रवाई में देशभर के 50 से अधिक ठिकानों पर छापामारी की गई। देशभर में हुई इस कार्रवाई में आयकर विभाग के 300 से ज्यादा अधिकारी शामिल थे। ये कार्रवाई प्रवीण कक्कड़ के साथ-साथ, प्रतीक जोशी और सीएम कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी के घर में हुई। कार्रवाई किये जाने वाले लोगों में सीएम कमलनाथ के ओएसडी और उनके भांजे रातुल पुरी शामिल हैं। अमीरा ग्रुप और मोजर बेयर पर भी छापामारी की गई। भोपाल, इंदौर, गोवा के अलावा दिल्ली में 35 ठिकानों पर इस कार्रवाई को एक साथ अंजाम दिया गया। प्रतीक जोशी के भोपाल स्थित घर से करोड़ों रुपयों से भरे बैग बरामद हुए है। इंदौर स्थित घर से 9 करोड़ रुपये का खुलासा हो चुका है। कुल मिलाकर देशभर के सभी 50 ठिकानों पर की गई छापेमारी में करोड़ों रुपये नकदी और काली संपत्ति होने का अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल, विभाग इस अचल संपत्ति की गणना में जुटा हुआ है।