कब-कब क्या हुआ
22 जून 2013 को असमाजिक तत्वों ने नेहरू पार्क में स्थित प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू की तोड़ दी थी जिसके बाद 23 जून को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाने में आवेदन देकर असमाजिक तत्वों पर कार्रवाई की मांग की। 2 अक्टूबर 2013 तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन किया गया इसके बाद प्रतिवर्ष सांकेतिक प्रदर्शन हुये लेकिन अब पांच बरस बीत गये लेकिन नेहरू की प्रतिमा स्थापित नहीं की गई कांग्रेसियों ने चेतावनी दे है कि यदि एक सप्ताह के भीतर प्रतिमा नहीं लगाई गई तो उग्र आंदोलन किया जायेगा।
पुलिस को नहीं मिला सुराग
कांग्रसियों ने इसकी शिकायत 23 जून 2013 को स्थानीय पुलिस थाने में की थी बाबजूद इसके अब तक प्रतिमा तोडऩे वालों तक पुलिस नहीं पंहुच सकी है। प्रतिमा तोड़ने के बाद अब तक नहीं लगाई गई है। कांग्रेस ने इसे नेहरू का अपमान बताते हुये जिम्मेदारों को तत्काल खोजने एवं मामला दर्ज करने की मांग की है। कांग्रेस नेताओं ने प्रतिमा दोबारा नहीं लगाये जाने को लेकर रोष व्यक्त करते हुये नगर निगम पर भेदभाव के आरोप लगाये हैं।
22 जून 2013 को असमाजिक तत्वों ने नेहरू पार्क में स्थित प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू की तोड़ दी थी। पांच साल बीतने के बाद भी दोबारा प्रतिमा नहीं लगाई गई और न ही जि मेदारों पर कार्रवाई हुई एक सप्ताह के भीतर प्रतिमा नहीं लगाई गई तो उग्र आंदोलन किया जायेगा।
नानक चंदनानी, कांग्रेस नेता
मुझे इसकी जानकारी नहीं है में दिखवाता हूं। नेहरूजी की प्रतिमा को तोडऩे वालों पर कार्रवाई हो एवं दोबारा प्रतिमा लगाई जाये इसके लिये हम प्रयास करेंगे।
आलोक शर्मा, महापौर