हमारी सरकार में भी भ्रष्टाचार
केपी सिंह ने कमलनाथ सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा, विधानसभा में किसी तरह से सरकार बन गई, तो इस मानसिकता के भय से बहुत बड़ा दबाव प्रशासनिक विभागों में नहीं बन पाया। वही पुरानी व्यवस्था, लूट खसोट, भ्रष्टाचार, अनाचार का वातावरण बना हुआ है। कुछ कमी आई है, लेकिन उतना असर नहीं हुआ है। केपी सिंह ने कहा- जो बदलाव सरकार बनने के बाद आना चाहिए था वह नहीं आया है। इसलिए प्रशासनिक सुधार नहीं हो पा रहा है। मेरे मन में भी संतुष्टि नहीं है। धीरे-धीरे बदलाव की कोशिश की जा रही है।
कक्काजू के मंत्री नहीं बनने का मलाल भी दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार 15 साल बाद आई है। सरकार बनने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी वरिष्ठ विधायकों को कैबिनेट में शामिल करेगी। लेकिन पूर्ण बहुमत हासिल नहीं होने की स्थिति में कैबिनेट के समीकरण बिगड़ गए।
बता दें कि केपी सिंह लगातार छठवीं बार पिछोर से विधायक चुने गए हैं। उन्होंने कहा अभी जनता मेरा साथ दे रही है तो मैं जीत रहा हूं, जिन लोगों को आने वाले समय में पंचायत चुनाव लड़ना है वो अभी से अपना व्यवहार ठीक कर लें। उन्होंने कहा कि जनवरी-फरवरी में चुनाव होने हैं। पहले दिसंबर में हो जाते थे लेकिन हमारी पार्टी जानती है कि अगर जल्दी चुनाव हुए तो लोकसभा की तरह पत्ता साफ हो जाएगा। केपी सिंह दिग्विजय सिंह खेमे के माने जाते हैं। वो दिग्विजय सिंह के शासनकाल में मंत्री भी रह चुके हैं।