छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष की घोषणा से संभावना जताई जा रही है कि मध्यप्रदेश में भी जल्द ही नए अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है। आदिवासी अध्यक्ष की चर्चा के बीच मंत्री बाला बच्चन,ओमकार मरकाम और उमंग सिंघार के नाम दौड़ में बने हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक मरकाम और सिंघार दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।
पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इंदौर में मीडिया से चर्चा में एक बार फिर बाला बच्चन को अध्यक्ष बनाने की बात कही है,उन्होंने कहा कि संगठन में बड़े बदलाव की जरुरत है। इधर ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बनाने की मांग ने फिर जोर पकड़ लिया है।
सिंधिया के विरोधी माने जाने वाले सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि सिंधिया वरिष्ठ नेता हैं और कांग्रेस के लिए सालों से मेहनत कर रहे हैं, उनकी ताजपोशी से कांग्रेस मजबूत होगी,वे कांग्रेस को फिर से शीर्ष पर ले जाने में सक्षम हैं। वहीं सिंधिया समर्थक मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि हाईकमान सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाएं ताकि पार्टी में नई उर्जा और स्फूर्ति का संचार हो सके। अध्यक्ष पद के लिए वरिष्ठ नेता अजय सिंह का नाम भी प्रमुख दावेदारों में शामिल है।
कार्यकारी अध्यक्ष का इस्तीफा :
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राहुल गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में रावत ने कहा कि आपके नेतृत्व से कांग्रेस सशक्त बनेगी इसलिए आप ही कांग्रेस नेतृत्व करें। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली में राहुल गांधी से मिलने वाले हैं और सारे मंत्रियों ने उनको ये अधिकार दिया है कि वे सामूहिक इस्तीफा देने को तैयार हैं। हाईकमान चाहे तो पूरी कैबिनेट इस्तीफा देगी और राहुल गांधी नए सिरे से कैबिनेट बना सकते हैं। सज्जन ने कहा कि हार कि जिम्मेदारी भी सामूहिक होती है।
शिवराज का तंज :
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस में चल रहे इस्तीफों के दौर पर तंज कसा है। भाजपा कार्यालय में भोपाल जिला सदयस्ता अभियान की बैठक में उन्होंने कहा कि हारने के बाद कांग्रेस को संगठन खड़ा करने की तैयारी करनी थी लेकिन हालात ये बन गए हैं कि उनको अध्यक्ष ढूंढे नहीं मिल रहा।
कांग्रेस के डूबते जहाज में सबसे पहले अध्यक्ष ने ही छलांग लगा दी। वे कह रहे हैं कि मैंने तो इस्तीफा दे दिया,अब कोई और भी दे देा बेशर्मो। उनके कहने पर भी दो चार छोटे-मोटे नेताओं ने इस्तीफा दिया। कमलनाथ कह रहे हैं कि अध्यक्ष पद से इस्तीफा दंूगा लेकिन सीएम पद पर जमा रहंूगा। शिवराज ने कहा कि आप ही बताइये क्या उन्हें सीएम पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए।