कोरोना की शुरुआत के बाद अब तक राजधानी में 12 हजार 681 लोगों को कोरोना हो चुका है। इनमें से 319 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। करीब सौ से ज्यादा मरीज गंभीर अवस्था में हैं जो अस्पतालों के कोविड आईसीयू में भर्ती हैं। हल्के लक्षण वाले मरीज भी अपना वहीं इलाज करा रहे हैं। बिना लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल और क्वारेंटाइन सेंटरों के अलग रखा गया है। ये आरजीपीवी, मैनिट और मुगालियाछाप में चल रहे हैं। हाल ही में मरीजों की संख्या बढऩे पर इन तीन सेंटरों में बेड की संख्या बढ़ाई गई है। लेकिन जिस तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं उससे लगता है कि जल्द ही कुछ नए क्वारेंटाइन सेंटर्स और खोलने की जरूरत होगी। ये स्थिति तब है जब पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद काफी मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा गया है।
टॉप क्षेत्र
क्षेत्र—एक्टिव केस की संख्या
कोलार—-165
बागसेवनियां—-137
पिपलानी—-130
बैरागढ़—-123
मिसरोद—–106
शाहपुरा—-101
कमला नगर—97
टीटी नगर—-93
सैम्पलिंग में आगे पहुंचा गोविंदपुरा सर्किल
कोरोना के दौरान शुरू की गई सैम्पलिंग में सबसे आगे रहने वाला शहर एसडीएम सर्किल अब एक पायदान पीछे हो गया है। जहांगीराबाद, इब्राहिमगंज, ऐशबाग सहित अन्य सिटी एरिया में कोरोना की टेस्टिंग कम हुई है। इधर गोविंदपुरा सर्किल में सैम्पलिंग की संख्या ज्यादा पहुंच गई है। ये अब शहर का नंबर वन सर्किल बन गया है जहां सबसे ज्यादा सैम्पल लिए जा रहे हैं। इधर पिपलानी, अयोध्या बायपास, मिनाल व अन्य कॉलोनियों में संक्रमण तेजी से फैला है। सबसे कम सैम्पल हुजूर और बैरसिया एसडीएम सर्किल में हुए हैं।
एसडीएम सर्किल——सैम्पल—-पॉजिटिव आए
गोविंदपुरा———-46571——2364
शहर————-43999—–2758
बैरागढ़———-36295——2332
एमपी नगर——-35179——1459
टीटी नगर——–20060—–1468
कोलार———16091—–1739
हुजूर———-15770—–451
बैरसिया——–6028——142
वर्जन
लोगों को समय पर इलाज मिल सके इसके लिए अस्पतालों में बेड बढ़ाए गए हैं, आयुष्मान योजना के तहत शहर के कई अस्पतालों में बीस फीसदी बेड आरक्षित किए हैं। एसडीएम इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
अविनाश लवानिया, कलेक्टर