कोरोना कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को अधिक सक्षम बनाया जाये। इसके लिये कलेक्टर्स नियमित समीक्षा करें। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये इन सेन्टर में कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाये। होम आइसोलेशन में रखे गये कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य के संबंध में सतत रूप से वीडियो काल से बात कर जानकारी ली जाये। वीडियो काल दिन में किसी भी समय किया जाये। सुनिश्चित किया जाये कि होम आइसोलेशन में रखे गये मरीज घर से बाहर नहीं जाये। आवश्यक होने पर होम आइसोलेट मरीज को तुरन्त अस्पताल पहुंचा कर इलाज किया जाये। प्रदेश में कोरोना के कुल मरीजों में 62 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में है।
जिलों के प्रभारी अधिकारी सुनिश्चित करें कि यदि किसी जिले में कोई डॉक्टर कोरोना से संक्रमित होता है तो उसके इलाज की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये। ये हमारे समाज के कोरोना योद्धा है। इनका राज्य सरकार पूरा ध्यान रखेगी।
लोगों को मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करनें तथा बार-बार हाथ धोने जैसे सुरक्षा उपायों के प्रति लगातार जागरूक किया जाये। रोको-टोको अभियान के तहत नियमों का पालन नहीं करने वाले लोगों में कोरोना से कैसे बचे, क्या सावधानी बरते आदि कोरोना से संबंधित निबंध लिखवाये जाये।
समीक्षा बैठक में बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट 91.1 प्रतिशत है। पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत है।