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पीएचई के जिम्मेदार 4-4 हजार रुपए लेकर बदल देते हैं बोर का स्थान!

locationभोपालPublished: Dec 27, 2018 11:27:36 am

साढ़े तीन माह बाद शुरू हुई जिला पंचायत की बैठक में हंगामा,सदस्यों ने लगाए आरोप…

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पीएचई के जिम्मेदार 4-4 हजार रुपए लेकर बदल देते हैं बोर का स्थान!

भोपाल। जिला पंचायत में साढ़े तीन माह बाद हुई साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही। पानी के बोर के मामले में सदस्यों ने पीएचई अधिकारी के सामने ही चार-चार हजार रुपए लेकर बोर का स्थान बदलने के आरोप लगाए। सूखीसेवनियां, बिलखिरिया के उदाहरण भी दिए।

बैठक में उपस्थित पीएचई के एसडीओपी हेमंत कश्यप मौन रहे। बाद में उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि बोर करने का काम पीएचई की मैकेनिकल शाखा का है, वे सिविल शाखा से हैं। नलजल योजना को लेकर अधिकारियों की खिंचाई हुई। सड़क और ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दों पर अधिकारी बचते रहे।

एक के बाद एक सदस्यों के सवालों के जवाब नहीं मिले तो सभी ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। सदस्य हटे सिंह ने कहा कि आगे बैठक तभी होगी जब अफसर खुद आएंगे। सदस्य शिवनारायण अहिरवार ने टीवी के मरीज को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को लेकर बीएमओ से सवाल किए।

जब जवाब नहीं आया तो डिप्टी सीईओ देवेश मिश्रा ने हस्तक्षेप कर पूछा कि स्वास्थ विभाग से कौन आया है? एक प्रतिनिधी ने हाथ उठाया। उन्हें इस मामले की जानकारी थी ही नहीं। प्रतिनिधी ने कहा कि वे पूछकर बताएंगे। इसके बाद तो सभी सदस्य अधिकारियों के न आने को लेकर निंदा प्रस्ताव पर अड़ गए।

तीन सदस्यों की जगह उनके पति बैठे
तीन सदस्य रीना विश्वकर्मा, आरती मीना और रेखा राजपूत की जगह इनके पति सदस्यों की पंक्ति में बैठे थे। सवाल जवाब भी कर रहे हैं, जबकि रेखा राजपूत अध्यक्ष मनमोहन नागर की अनुपस्थिति में बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं।

एक बैठक में पति पत्नी कैसे सवाल कर सकते हैं? सदस्यों की जगह उनके पति कैसे बैठ सकते हैं? जब इस मामले में पदेन अध्यक्ष से बात की तो वे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकीं।

अफसर बोले- आचार संहिता से हुई देरी
कढैयाशाह, नलखेड़ा में नल जल योजना को लेकर सदस्यों ने सवाल किए कि अभी तक लाइन नहीं डली। अधिकारियों ने कहा कि आचार संहिता लागू होने के कारण देरी हुई। 15 जनवरी तक वे पूरा काम करा देंगे।

ऐसे शुरू हुआ विवाद
सदस्य पति राजू राजपूत: क्षेत्रों में पेयजल संकट है, इस बार भी वही स्थिति बनेगी। आपने क्या तैयारी की है?
पीएचई अफसर हेमंत कश्यप: हमारी तैयारी है।
राजपूत : आप बताएंगे क्या तैयारी है?
पीएचई अफसर : कुछ बोलते उसके पहले ही उन्हें टोकते हुए राजपूत बोले- आप लोग सदस्यों के फोन तक नहीं उठाते हैं। चार-चार हजार रुपए लेकर बोर के स्थान बदले जा रहे हैं।
सदस्य पति विश्वकर्मा: पालन प्रतिवेदन में आपने लिखा है संभाग से संबंधित नहीं है। इसका क्या मतलब है?
पीएचई अफसर : मुझे जानकारी नहीं है, सिविल वालों का
कार्यक्षेत्र है।
प्रभारी सीईओ: उत्तर किसने दिया है।
अफसर: हम लोगों ने।
सीईओ: तो फिर साफ-साफ जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं।
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