राजनैतिक मामलों के लिए गठित विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेश सिंह की अदालत में कांग्रेस नेता कृष्णा घाडगे ने इस्तगासा दायर किया। इसमें मंत्री सहित अन्य के खिलाफ धोखाधडी, दस्तावेजों में कूट रचना के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। अदालत ने इस पर जहांगीराबाद थाना पुलिस से स्टेटस रिपोर्ट तलब की है।
जहांगीराबाद पुलिस को 6 अक्टूबर को स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। अदालत में दायर याचिका में बताया गया है कि वर्ष 2013 से अब तक जनसंपर्क विभाग में जालसाजी पूर्वक कार्य करते हुए कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न तरीकों से संचार माध्यमों पर शासन की योजनाओं के विज्ञापन वितरित किए जा रहे हैं।
अब तक करीब 500 करोड रुपए के विज्ञापन नियम विरूद्ध तरीके से एक ही एजेंसी को दिए गए है। गैर मान्यता प्राप्त संचार माध्यमों को षडयंत्र रचकर विज्ञापन बांटे गए हैं। मेसर्स विजन फोब्र्स के संजय परकट को सिंहस्थ के प्रचार प्रसार और शासन की योजनाओं के प्रसार के लिए अधिकृत किया गया। संजय परकट ने बिना प्रचार प्रसार किए राशि प्राप्त कर ली। कृष्णा घाडगे ने बताया कि सूचना के अधिकार के तहत उन्हें इस बात की जानकारी मिली है। इसकी शिकायत भोपाल एसपी को गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की।
पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने के कारण उन्होंने संबंधित लोगों के खिलाफ बिना पुलिस थाने में एफआईआर कराए अदालत में सीधे मुकदमा दर्ज कराने के लिए निजी इस्तगासा लगाया है। इससे गड़बडिय़ों पर भी लगाम लगने के साथ अन्य कई प्रकार की गड़बडिय़ां भी सामने आ सकेंगी।