प्रवेश पत्र में लगे फोटो से चेहरे का मिलान नहीं गोविंदपुरा थाना पुलिस ने बताया कि 23 वर्षीय सतेंद्र पाल सिंह फिरोजाबाद निवासी गुरुवार को परीक्षा देने के लिए आया था। उसके पास मौजूद प्रवेश पत्र में लगे फोटो से उसका चेहरा नहीं मिल रहा था। इसके बाद उससे पूछताछ की गई। लेकिन वह टालमटोल करता रहा। सख्ती से पूछताछ में उसके फर्जी परीक्षार्थी होने का खुलासा हुआ। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। इसके पहले भी इस तरह के कई प्रकरण अन्य परीक्षाओं में सामने आ चुके हैं।
जबलपुर से बना एससी-एसटी का फर्जी प्रमाण पत्र मिला
आरोपी ने बताया कि अंकित पाल सिंह उसका छोटा भाई है। उसी के स्थान पर वह परीक्षा देना चाहता था। उसके सामान की तलाशी में पुलिस को जबलपुर से बना एससी-एसटी का फर्जी प्रमाण पत्र मिला है। इसकी भी जांच कराई जा रही है। जबलपुर से भी इसका वेरीफिकेशन कराया जाएगा। आमतौर पर कई अभ्यर्थी खुद ही सील आदि बनवाकर फर्जी तरीके से इस तरह के प्रमाणपत्र बना लेते हैं। भोपाल में भी इस तरह का एक गिरोह पहले पकड़ा जा चुका है।