हालांकि कांग्रेस इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वहीं, भाजपा ने इस मुद्दा बनाते हुए कहा है कांग्रेस में हर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है इसी कारण से कमलनाथ और सिंधिया ने खुद को दिखाने के लिए दिग्विजय का कटआउट नहीं लगवाया।
राहुल गांधी के इस रोड शो को संकल्प यात्रा नाम दिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद यह राहुल गांधी का पहला भोपाल दौरा है हालांकि वो इससे पहले एक बार मंदसौर का दौरा कर चुके हैं। राहुल गांधीका एयरपोर्ट पर कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई बड़े नेताओं ने स्वागत किया है। राहुल संकल्प यात्रा के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे और मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में लहर बनाने की कोशिश करेंगे। कांग्रेस राज्य की सत्ता से १५ सालों दूर है। वहीं, राहुल की यात्रा से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी से सवाल किया है कि जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी तो फिर राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी में क्यों लाकर खड़ा कर दिया।
हालांकि राहुल गांधी के दौरे से पहले मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने रविवार को बड़ा बयान देते हुए कहा था कि मैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और एकजुट होकर राज्य में काम करेंगे। लेकिन दिग्विजय सिंह का कटआउट नहीं लागदाए जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं एकजुटता का दावा करने वाली कांग्रेस क्या वाकई एकजुट है।