राज्य साइबर सेल की टीम ने दिल्ली के अलावा गुरुग्राम, रामपुर (उप्र), बरेली और उत्तराखंड के रुद्रपुर में छह दिन तक डेरा डाले रखा। इसके बाद रुद्रपुर से मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार को तो दिल्ली से सोहन सिंह, नाइजीरियन नागरिक क्रिश्चियन एडीके एवं सोमालिया के निवासी फौजी ओमर को गिरफ्त में लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मोहित सिंह ने फर्जी ड्राइविंग व पैन कार्ड के आधार पर दो बैंक खाते खुलवाकर जीजा सोहन सिंह को दिए थे। सोहन ने फर्जी फर्म तैयार कर बैंक खाते फौजी ओमर और क्रिश्चियन एडीके को मुहैया करवाए। सोहन ठगी में जिन लोगों के बैंक खातों का उपयोग करता था, उन्हें 10 फीसदी कमीशन देता था। नाइजीरियन ठग का वीजा अवधि वर्ष 2015 में तो सोमालिया के नागरिक की वीजा अवधि 2007 में खत्म हो गई थी। ये दोनों अवैध रूप से भारत में रह रहे थे।
विदेशी ठग ऐसे फंसाते थे शिकार
आरोपी क्रिश्चियन एडीके फेसबुक पर युवक और युवती के नाम से आइडी बनाकर भारतीयों के अलावा यूके, यूएसए और खाड़ी के देशों के लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था। इसके बाद लंबे समय तक इनसे बात कर उनका विश्वास जीतता और इसके बाद महंगे गिफ्ट भेजने का झांसा देता। कस्टम समेत अन्य क्लीयरेंस के नाम पर सोमलिया का फौजी ओमर और सोहन सिंह लोगों से बैंक खातों में राशि जमा करवाता था। आरोपियों के पास से एटीएम, पैन कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किए गए हैं। आरोपी दिल्ली, रुद्रपुर समेत उत्तर पूर्व के राज्यों में खोले गए बैंक खातों में ठगी की रकम मंगवाते थे। इनके बैंक खातों से वर्ष 2016 से 2019 तक छह करोड़ रुपए से अधिक का लेनदेने सामने आया है।