बीजादेही टीआई नन्हेवीरसिंह पुलिस बल के साथ गवाझड़प के जंगल में पहुंचे थे। उनके साथ क्षेत्र के ग्रामीण भी मौजूद थे। ग्रामीणों से दोनो शवों की शिनाख्त कराई गई। मृतक युवक का नाम 25 वर्षीय लिप्पू पिता रमेश धुर्वे और मृतिका युवकी का नाम 20वर्षीय गुंताबाई पिता सुखदेव के रूप में शिनाख्त हुई। शाहपुर एसडीओपी एचएल शर्मा ने बताया कि गुरूवार की शाम को नदी से मछली पकड़कर आ रहे एक व्यक्ति ने सबसे पहले पलस्या के पेड़ पर लटके शवों को देखा था। जिसकी सूचना उसने गांव के कोटवार को दी थी। कोटवार ने घटना की जानकारी बीजादेही थाने को दी।जिसके बाद मौके पर जांच करने के लिए पुलिस पहुंची थी। एसडीओपी शर्मा ने बताया कि दोनों के शव एक ही साड़ी से लटके मिले है। रात हो जाने के कारण शव को नीचे नहीं उतारा गया था। पुलिस और ग्रामीण रात भर मौके पर उपस्थित रहे। दूसरे दिन शुक्रवार को शवों को नीचे उतारा गया। सुबह दोनों के शवों को पेड़ से उतारकर पंचनामा बनाया गया। ग्रामीणों के मुताबिक युवक-युवती आसपास के गांव के रहने वाले हैं। दोनों गांवों के बीच की दूरी भी महज एक से डेढ़ किमी की है। युवक की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी। पुलिस युवक-युवती के परिजनों से भी घटना के संबंध में पूछताछ कर रही हैं।
बीजादेही थाना क्षेत्र के गवाझड़प के जंगल में तीन किमी अंदर युवक-युवती के फांसी पर लटके होने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। दोनों के शवों को पेड़ से नीचे उतरा गया। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने दोनों शव को कंबल में उठाकर पथरीले रास्ते से पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक लाए और वहां से वाहन के माध्यम से पोस्टमार्टम के लिए चिचोली भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे।