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भोपाल

बारिश से पहले ही नौ हजार जगहों पर मिला डेंगू का लार्वा

मलेरिया विभाग की रिपोर्ट में खुलासा

भोपालJul 03, 2018 / 06:37 am

Rohit verma

mosquito

बारिश से पहले ही नौ हजार जगहों पर मिला डेंगू का लार्वा

भोपाल . मानसून ने अभी ठीक तरीके से दस्तक नहीं दी है, लेकिन शहर में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के लार्वा की बड़े पैमाने पर मौजूदगी चौकाने वाली है। मेलेरिया विभाग द्वारा चलाए जा रहे एंटी लार्वा सर्वे के दौरान करीब नौ हजार जगहों पर लार्वा की मौजूदगी पाई गई।
ये आंकड़े इसलिए भी चौंकाने वाले हैं, क्योंकि पांच सालों से शहर में डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है। सर्वे के दौरान करीब 81 हजार घरों की जांच की गई, जिसमें नौ हजार जगहों पर लार्वा मिला। यानी हर दस में से एक घर। अब सवाल यह उठता है कि ऐसे हालात बारिश से पहले हैं तो बारिश के बाद क्या होगा।

यह कमियां बढ़ाएंगी मुश्किलें
स्टाफ की कमी : जिला मलेरिया कार्यालय के पास स्टाफ की कमी है। करीब 45 साल पहले जब विभाग का गठन हुआ था, तब जिस स्टाफ की भर्ती की गई थी, वही आज भी काम कर रहे हैं। तब से अब तक शहर की जनसंख्सा 10 गुना हो गई है लेकिन कर्मचारी वही हैं।
न दवाएं न केरोसिन : डेंगू लार्वा मिटाने के लिए जिला मलेरिया कार्यालय पायरेथ्रम दवा का छिडक़ाव कराता है। इस दवा को केरोसिन में मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है। जिला खाद्य विभाग ने अभी तक केरोसिन उपलब्ध नहीं कराया है।
दवाओं का असर भी खत्म
विभाग में सालों से कोई कीट विज्ञानी नहीं है। ऐसे में यह भी नहीं पता कि जिन दवाओं का छिडक़ाव किया जा रहा है, मच्छरों पर उसका असर हो रहा है या नहीं। क्योंकि बैक्टीरिया और वायरस जल्द ही अपने आप को दवाओं के अनुरूप ढाल लेते हैं। ऐसे में इसकी जांच जरूरी है।
बीते आठ सालों में शहर में डेंगू की स्थिति
वर्ष – मरीज – मौत
2009 – 228 – 02
2010 – 79 – 00
2011 – 06 – 00
2012 – 30 – 00
2013 – 165 – 00
2014 – 706 – 14
2015 – 57 – 04
2016 – 758 – 12
2017 – 920 – 08

बीते साल आठ मरीजों की हुई थी मौत
बीते साल सरकारी आंकड़ों के मुताबिक डेंगू से आठ लोगों की मौत हुई थी। वहीं करीब एक हजार लोग इस बैक्टीरिया की चपेट में आए थे। यह आंकड़ा इसलिए भी जरूरी है कि बीते पांच सालों से डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
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