शहर में डेंगू मरीजों की संख्या 265 हो गई है। इधर, लोगों का कहना है कि डेंगू रोकथाम के उपाय महज कागजों में हो रहे हैं, जबकि जमीनी हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। डेंगू की बढते प्रभाव को देखते हुए मलेरिया विभाग ने अब सघन जांच अभियान शुरू कर दिया है। बुधवार को 124 टीम ने बरखेड़ा पठानी क्षेत्र में डेंगू लार्वा सर्वे की जांच की।
मिले 9 नए मरीज
इधर, बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में शहर में नौ मरीजों में डेंगू पॉजीटिव पाया गया। शहर में डेंगू मरीजों की संख्या बढकऱ 265 हो गई है जो बीते सालों में सबसे ज्यादा है। विभाग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के थमने और धूप निकलने पर डेंगू का संक्रमण और तेजी से फैलेगा ।
531 घरों में मिला लार्वा
टीम के सघन अभियान के तहत कुल छह हजार घरों की जांच की गई। इस दौरान मलेरिया विभाग की टीम के साथ आशा कार्यकर्ताओं की टीम भी शामिल थी। इस दौरान 531 घरों में डेंगू लार्वा मिला। एक कॉलोनी में इतनी बड़ी संख्या में लार्वा मिलने पर बुधवार को भी लार्वा सर्वे जारी रहेगा।
इन क्षेत्रों में बढ़ रहा संक्रमण
राजधानी के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी, टीटी नगर, शाहपुरा, पिपलिया, साकेत नगर, रोहित नगर, माता मंदिर, सर्वधर्म कालोनी, रोहित नगर, कोलार रोड आदि डेंगू से प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा सेमरा और बरखेड़ा पठानी के क्षेत्र में भी डेंगू संक्रमण सामने आ रहा है।
लार्वा सर्वे-124 टीमें
6359 घरों में सर्वे
531 घरों में लार्वा मिला
25975 बर्तनों में जांच
726 बर्तनों में लार्वा मिला
सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी, खसरे के लिए भटके लोग
भोपाल. लोकसेवा गारंटी केंद्र के सॉफ्टवेयर में आई समस्या के चलते दो दर्जन क्षेत्रों के जमीन के खसरों का डाटा उपलब्ध नहीं हो पा रहा। इस कारण बुधवार को ही 50 से ज्यादा आवेदकों को परेशान होकर लौटना पड़ा। सॉफ्वेयर में आई गड़बड़ी के चलते शहर के आधे भाग के जमीन के खसरों के आवेदन लोकसेवा केंद्रों में लिए ही नहीं गए। करीब 80 आवेदन अलग-अलग केंद्रों पर वापस कर दिए गए हैं। गुरुवार को भी इस समस्या का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा।
लोकसेवा गारंटी केंद्र में मैप आईटी का सॉफ्टवेयर है। जमीन के खसरों के लिए आवेदन करने पर अलग-अलग नजूल कार्यालय की लिस्ट के आधार पर आवेदक को खसरे की कॉपी दी जाती है। लेकिन पिछले दो दिन से सॉफ्टवेयर में परेशानी के चलते तीन सर्किल के अलावा बैरागढ़, बड़वाई, पलासी, लाऊखेड़ी, गोंदरमउ, रुसल्ली, नबीबाग, गोविंदपुरा, हताईखेड़ा, छोला, भानपुर, भैंसाखेड़ी, बरखेड़ानाथू और चौपडक़ला क्षेत्र के खसरों का डाटा सर्वर पर उपलब्घ नहीं हो पा रहा।
इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गोविंदपुरा से ही खसरे की कॉपी के लिए आवेदन करने आए लखन सिंह, राजेंद्र राजपूत, मुन्ना लाल सहित अन्य लोगों को बिना आवेदन किए ही वापस लौटना पड़ा।
416 तरह की सेवाएं मिलती हैं गारंटी केंद्र में
शहर में चार अलग-अलग लोकसेवा गारंटी केंद्र हैं जिन पर मूल निवासी, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र सहित 416 अन्य सुविधाएं लोगों के लिए खुली हुईं हैं। इसी में मुख्यमंत्री सहायता तक का आवेदन होता है। सीमांकन, बंटान के आवेदन भी यहीं लगते हैं। लेकिन सौफ्टवेयर के कारण कभी-कभी इन सेवाओं के लिए लोगों को घंटो परेशान होना पड़ता है।
मैप आईटी के सॉफ्टवेयर पर आई परेशानी के चलते खसरों की नकल अटक गई है। विभाग को सूचना दे दी गई है।
– प्रसून सोनी, प्रबंधक, लोकसेवा गारंटी केंद्र