निशातपुरा रेलवे स्टेशन पर यात्री ट्रेनों के ठहराव से पुराने भोपाल के लाखों लोगों को फायदा होगा। इसके अलावा मिसरोद स्टेशन पर अभी लंबी दूरी की ट्रेनें नहीं रुकती हैं। इसलिए यात्रियों को भोपाल और आरकेएमपी की दौड़ लगानी पड़ती है। अब मिसरोद रेलवे स्टेशन पर भी लंबी दूरी की ट्रेनों को रोकने की तैयारी है।
ट्रेनों के लेट होने के पीछे प्लेटफार्म पर बढ़ता ट्रेफिक लोड है। जिसके चलते ट्रेनों को आउटर पर रोककर रखना पड़ता है। इंजन बदलने में भी वक्त लगता है। अब भोपाल रेलवे स्टेशन पर आकर डायवर्ट होने वाली 12 से ज्यादा यात्री ट्रेनों एवं 20 माल गाडिय़ों को जल्द निशातपुरा की तरफ डायवर्ट किया जाएगा।
भोपाल रेलवे स्टेशन की नई एनेक्सी बिल्डिंग बनकर तैयार है। यहां फिनिशिंग वर्क किया जा रहा है। इस बिल्डिंग में बच्चों के खेलने के लिए प्ले एरिया, एसी वेटिंग रूम और माताओं के लिए फीडिंग रूम जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। डोरमेटरी सुविधा के लिए भवन में जगह निकाली गई है।
1. भोपाल जंक्शन– यह भोपाल का मुख्य रेलवे स्टेशन हैं। दिल्ली-मुम्बई की तरफ आने और जाने वाली अधिकांश ट्रेनें यहां रुकती हैं। 2. रानी कमलापति रेलवे स्टेशन – यह भोपाल जंक्शन से लगभग 8-9 किलोमीटर दूर है। इसे भोपाल रेलवे स्टेशन के अधिक व्यस्त होने के कारण बनाया गया है। यहां भी अधिकांश टे्रनों के ठहराव हैं।
– सौरभ बंदोपध्याय, डीआरएम