यह बात महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (devendra fadnavis) ने शुक्रवार को भोपाल में कही। वे यहां जल मंत्रियों के सम्मेलन के दूसरे दिन महाराष्ट्र में पानी की व्यवस्थाओं का प्रजेंटेशन दे रहे थे। फडणवीस ने वाटर गवर्नेंस थीम पर आधारित प्रजेंटेशन भी दिया। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की पानी की व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में आए केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने देवेंद्र फडणवीस को स्मृतिचिन्ह भेंट किया। मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और देवेंद्र फडणवीस के मध्य सिंचाई को बढ़ावा देने और अंतरराज्यीय जल समजौते के तहत कार्य करने के संबंध में भी बातचीत की।
यह भी पढ़ेंः Water Vision @ 2047: पीएम मोदी बोले- वाटर सिक्योरिटी के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा
पीएम मोदी ने किया था शुभारंभ
इससे पहले गुरुवार को भोपाल के कुशाभाई ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ पीएम मोदी ने किया था। मोदी ने इस मौके पर कहा है कि देश के जल मंत्रियों का पहला अखिल भारतीय सम्मेलन अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है। आज भारत वाटर सिक्योरिटी पर अभूतपूर्व काम कर रहा है। निवेश भी कर रहा है। हमारी संवैधानिक व्यवस्था में पानी का विषय राज्य के नियंत्रण में आता है।
पीए मोदी ने कहा कि हम जल जागरूकता के लिए आयोजन कर सकते हैं। हर घर तक पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन आपके राज्य का बड़ा डवलपमेंट पैरामीटर हो सकता है। मोदी ने कहा कि इडस्ट्रीज और खेती ऐसे सेक्टर हैं जिसमें स्वाभाविक रूप से पानी की आवश्यकता रहती है। हमें दोनों ही सेक्टर से जुड़े लोगों के लिए विशेष अभियान चलाकर उन्हें वाटर सिक्योरिटी के प्रति जागरूक करना होगा।