बिना सबूत में आरोप लगाए हैं तो सार्वजनिक तौर पर मुख्यमंत्री माफी मांगे, अन्यथा वे कोर्ट की शरण में जाएंगे। इस संबंध में उन्होंने रविवार को ट्वीट भी किया है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि जहां तक उन्हें मालूम है कि उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं जिससे उन्हें देशद्रोही की श्रेणी में रखा जाए, लेकिन मुख्यमंत्री ने ऐसा कहा है तो सबूत पेश करें।
सीएम को लिख था पत्र
इसके पहले बीते शनिवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिग्विजय सिंह को देश द्रोही कहे जाने पर दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने 26 जुलाई 2018 को भोपाल के टीटी नगर थाने में गिरफ्तारी देने की बात लिखी है। दिग्विजय के इस पत्र से एक बार फिर मध्यप्रदेश की राजनीति गरमा गई है।
वहीं इससे पहले शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी देश द्रोही कह जाने के विरोध में राजधानी भोपाल के 6 नंबर स्टॉप शिवाजी नगर पर दोपहर 2.30 बजे धरना प्रदर्शन किया। दिग्विजय ने इससे पहले अपने ट्विट में कहा था कि मेरे देश द्रोही होने के प्रमाण हो तो सीएम मुझे सजा दिलवाएं, नही तो शिवराज माफी मांगे।
शिवराज की इस तेज टिप्पणी पर दिग्विजय ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर लिखा है कि लगता है मप्र में मेरी सक्रियता से शिवराज जी को काफ़ी तकलीफ़ है। मुख्यमंत्री के नाते हो सकता है उनके पास मेरे देश द्रोही होने के प्रमाण हों। यदि हैं तो मुझे गिरफ़्तार कर सज़ा दिलवाएं। यदि नहीं हैं तो माफ़ी मांगें।