परवलिया सड़क पंचायत में मतपत्रों की गिनती के बाद सरस्वती मीणा को 24 वोट से जीता हुआ बताया गया, लेकिन इसी बीच लाइट चली गई, जब आई तो पूर्व सरपंच को सात वोट से जीता बताया। वहीं छावनी पठार पंचायत में फर्जी वोटिंग तो काछी बरखेड़ा में मतपत्र चोरी के आरोप लगाए गए।
सात प्रत्याशी कलेक्टर ऑफिस पहुंचे
छावनी पठार ग्राम पंचायत में सरपंच पद के 8 प्रत्याशी थे, एक को जीत मिली। बाकी 7 प्रत्याशी कलेक्टर ऑफिस पहुंचे और फिर से चुनाव कराने की मांग की है। आरोप में बताया इस पंचायत में सरपंच की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित थी, लेकिन सामान्य वर्ग की सुलेखा राजपूत ने नॉमिनेशन भर दिया था। दूसरा आरोप फर्जी वोटिंग का भी है।
वहीं निपानिया सूखा पंचायत के प्रत्याशी तोलाराम ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि पहले 2 वोट से जीत बताई थी, बाद में 3 वोट से हार बता दी। दोबारा काउंटिंग की जाए। काछी बरखेड़ा पंचायत में सरपंच पद के प्रत्याशी कमल सिंह अहिरवार ने 86 मतपत्र चोरी होने के आरोप लगाए हैं।
इस संबंध में लिखित आवेदन भी सौंपा है। वहीं इस मामले में निर्वाचन से जुड़े अफसरों का कहना है कि परिणाम घोषित होने के बाद ही जांच की जाएगी।
इधर, पुनर्मतदान में हुई 85.24 प्रतिशत वोटिंग
प्रदेश में सोमवार को 9 जिलों के दस मतदान केन्द्रों पर पंचायत चुनाव के लिए पुनर्मतदान शांतिपूर्ण रहा। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि दतिया जिले में सर्वाधिक 85.24 प्रतिशत वोटिंग हुई। वहीं, ग्वालियर जिले के 138 मतदान केन्द्र पर 28 को पुनर्मतदान होगा।
दतिया जिले के मतदान केन्द्र क्रमांक 300 में 85.24, भिण्ड जिले के मतदान केन्द्र 52 में 66.66, दमोह जिले के मतदान केन्द्र 263 में 79.17, नरसिंहपुर जिले के मतदान केन्द्र 134 में 74.22, राजगढ़ जिले के मतदान केन्द्र 22 में 29.47, देवास जिले के मतदान केन्द्र 229 में 68, निवाड़ी जिले के मतदान केन्द्र 80 में 79.28, इंदौर जिले के मतदान केन्द्र 34 में 76.43 और सीधी जिले में मतदान केन्द्र 330 एवं 257 में औसत 56.09 प्रतिशत मतदान हुआ है।