इससे पहले वे इंदौर में समाजसेवा करते थे, लेकिन स्व. दवे अपने साथ उन्हें राजधानी लाए और तब से आजतक वे लगातार समाज कार्यों में जुटे हुए हैं। डॉ. दिनेश सेवा भारती के स्वास्थ्य आयाम प्रमुख होने के साथ-साथ मातृछाया प्रभारी, शासकीय अडॉप्शन कमेटी के सदस्य भी हैं।
पिछले तीन वर्षों से हर रविवार को स्वास्थ्य शिविर आयोजित करते हैं, जिनमें औसत २५० मरीज प्रति शिविर लाभान्वित होते हैं। इन तीन वर्षों में १५० से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर चुके हैं। उन्होंने ५०० नेत्रदान और ३२ देहदान संकल्प कराए हैं।
१० नेत्रदान शिविरों में नेत्र रोगियों को लाभ पहुंचाया है। सेवा भारती के संस्थापक विष्णु कुमार की पुण्यतिथि २५ मई को प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन करते हैं। चार रक्तदान शिविर आयोजित कर ५२ यूनिट ब्लड हमीदिया ब्लड बैंक को दे चुके हैं। सेवा बस्तियों में ब्लड गु्रप, ब्लड शुगर, मलेरिया आदि जांचें निशुल्क करवाते हैं। शहर की ३५० सेवा बस्तियों में से २७७ में उनके सेवा कार्य चल रहे हैं।
सेवा बस्तियों के संस्कार केन्द्रों में कोचिंग, कम्प्यूटर क्लास, सिलाई क्लास, योग केन्द्र निवेदिता भारती, किशोर भारती आदि संचालित कर संस्कारयुक्त व रोजगारपरक शिक्षा दी जा रही है। गर्भवती महिलाओं को गर्भ संस्कार के जरिए अच्छी बातें बताने और दवा, फल, मेवा, वस्त्र, नारियल आदि से उनकी गोद भराई की जाती है। महिला व पुरुष भजन मंडली, मेधावी प्रतिभा सम्मान भी करते हैं। बच्चे ही भगवान हैं को सार्थक करने के लिए प्रतिवर्ष ५००० बच्चों को कृष्ण स्वरूप बनाया जाता है।
ये हैं सहयोगी
डॉ. किरण शेजवार, डॉ. ज्योत्सना तिवारी, डॉ. ललित श्रीवास्तव, पीसीबी डायरेक्टर हरभजन शिवहरे, डॉ. उज्ज्वला वर्मा, डॉ. अरविंद टंडन, डॉ. पुष्पा कनौजिया, डॉ. सुयश दुबे, डॉ. अंकित पांडेय, डॉ. अंकिता पांडेय, डॉ. पंकज पांडेय, नितिन जैन, बसंत कुर्मी, डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. विनीता पांडेय आदि प्रमुख सहयोगी हैं।