चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने दवा वितरण केन्द्र में जाकर दवाइयों की उपलब्धता का मुआयना किया। निर्धारित संख्या से कम पाये जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल वर्तमान में प्रभारी फॉर्मेसिस्ट के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये। सारंग ने अत्यावश्यक दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए कहा कि इनकी कमी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन दवा वितरण प्रणाली का प्रस्तुतिकरण दे।
सारंग ने हमीदिया अस्पताल में कुछ जगहों पर सफाई से सन्तुष्ट न होने पर संबंधित एजेन्सी का एक माह का पेमेन्ट रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने विभाग में सफाई सुनिश्चित करवायेंगे। उन्होंने अस्पताल में फालतू सामानों को तुरंत हटाने के निर्देश दिये। अस्पताल के भवनों में सभी अग्निशमन यंत्रों को हमेशा अद्यतन रखने के निर्देश दिये। उन्होंने सिस्टम के लिये जरूरी टंकी में पानी की उपलब्धता का मुआयना करते हुए उसे हमेशा वांछित स्तर तक भरा रखने को कहा। उन्होंने फायर अलर्ट सिस्टम का मॉक ट्रॉयल करने को भी कहा।
मंत्री सारंग ने कहा कि हमीदिया अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा शासकीय अस्पताल है, जहाँ रोज 3 हजार के लगभग मरीजों की आमद होती है। मरीजों को असुविधा न हो, इसके लिये सम्पूर्ण प्रक्रिया का सरलीकरण किया जायेगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा कि व्यवस्थाओं को और चुस्त-दुरुस्त बनायें, ताकि कोई मरीज परेशान न हो। सारे पर्चे एक ही जगह बनें। उन्होंने ओपीडी में भोपाल और आसपास के जिलों से आये मरीजों और उनके परिजनों से बात भी की।