इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीआरडीओ के डायरेक्टर जनरल लाइफ साइंस डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि देश के युवा नए विचार व प्रयोगों से वैश्विक अर्थव्यवस्था मे महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। टेक्नोलॉजी हमारे लाइफ की ड्राइवर है और विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव डालती है। आर्किटेक्चर, प्लानिंग और डिजाइन के ज्ञान का उपयोग वैश्विक जनहित में कार्य करने की असीम संभावनाएं प्रदान करता है। अपने आप को स्थापित रखने के लिए अपडेट होने की बहुत आवश्यकता है। इस आधुनिक युग में तकनीक लगातार अपडेट हो रही है। यदि हम पुरानी तकनीक के साथ होंगे, तो तरक्की की दौड़ में पीछे रह जाएंगे। सूचना क्रांति के दौर में ये जानना अब मुश्किल नहीं रहा कि किस क्षेत्र में क्या नया अपडेट है।
निदेशक प्रो. शिवा उमापति ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। यहां युवाओं में बेहतर स्किल होने के साथ उनमें काम करने की प्रबल इच्छा शक्ति भी है। दुनिया के कई देशों में भारत के युवा अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। भारत की युवा शक्ति के अथक प्रयास व सहभागिता से वैश्विक स्तर पर आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में समानता लाई जा सकती है। एसपीए के चेयरमैन डॉ. विमल पटेल ने कहा कि अप्रेंटिशिप एक सफल कॅरियर के लिए आवश्यक है। सभी को जीवन पर्यंत अपने कौशल और ज्ञान को प्रखर बनाने के लिए सीखना आवश्यक है। साथ ही सामाजिक विकास भी कार्यक्षेत्र का एक प्रमुख एजेंडा होना चाहिए।