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भोपाल

शुक्र के बाद अब राहु-केतु बदलने जा रहे हैं राशि, जानिये भारत के पाकिस्तान पर जवाबी हमले का असर

7 मार्च से होने वाले परिवर्तन कई नये खतरों को…

भोपालFeb 26, 2019 / 06:29 pm

दीपेश तिवारी

Rahu-ketu effects on India and pakistan

शुक्र के बाद अब राहु-केतु बदलने जा रहे हैं राशि, जानिये भारत के पाकिस्तान पर जवाबी हमले का असर

भोपाल। पुलवामा में हुए आतंकी अटैक का भारत ने आज यानि सोमवार- मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3.30 बजे जवाब देते हुए पीओके में कार्रवाई की। जिसके चलते वहां कई आतंकी ठिकाने नष्ट हो गए।

लेकिन पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद मध्यप्रदेश सहित पूरा देश इन दिनों गुस्से में है और किसी भी हालत में बदला चाहता है। जिसके चलते देश के शीर्ष तक दबाव बना हुआ है। इस हमले से कुछ हद तक जरूर शीर्ष स्तर पर अब दबाव कम हुआ होगा। लेकिन स्थितियां अभी और विकट होने का संकेत दे रही हैं।

ऐसी स्थिति में देश की कुंडली के संबंध में पंडित सुनील शर्मा का कहना है कि इसी बीच 24 फरवरी को शुक्र का मकर राशि में जाना,जहां दुश्मन देशों के लिए भारत का भारी पड़ना दिखा रहा था। वहीं इसके बाद ग्रहों की दशा में 7 मार्च से होने वाले परिवर्तन कई नये खतरों को सामने लाते दिख रहे हैं।

Indian airforce

पंडित शर्मा के अनुसार 24 फरवरी 2019 को शुक्र के मकर राशि में जाने व आजाद भारत की कुंडली में भाग्य भाव जो शनि का घर है में जाने से दोनों मित्र ग्रहों के चलते भारत इस हमले के बाद काफी मजबूती के साथ सामने आया, लेकिन अब 7 मार्च को राहु व केतु में हो रहे परिवर्तन किसी बड़े मामले की ओर इशारा करते दिख रहे हैं।

ऐसे में 7 मार्च के बाद से करीब 23 सितंबर तक की स्थिति में काफी अजीब बनती दिख रह है दरअसल इस दौरान राहु मिथुन राशि व केतु धनु राशि में रहेंगे।

राहु के मिथुन में जाने यानि आजाद भारत की कुंडली के हिसाब से द्वितीय भाव में वहीं केतु के इस दौरान धनु राशि यानि देश की कुंडली के अष्ठम यानि आयु भाव में रहेंगे।

ये है आजाद भारत की कुंडली…
आजाद भारत की कुंडली में वृषभ लग्न है जिसमें राहु है। वहीं इसके बाद द्वितीय भाव में मंगल विराजमान हैं। जबकि पराक्रम भाव यानि तृतीय भाव में सूर्य,बुध,शनि, शुक्र व चंद्र स्थित हैं। वहीं रोग व शत्रु भाव में तुला में गुरु विराजमान है। जबकि सप्तम भाव में केतु मौजूद हैं।


ये होगा असर…
राहु केतु के राशि परिवर्तन के साथ मिथुन व धनु राशि में विचरण के चलते जहां एक ओर देश का कई चीजों पर खर्चा होता दिख रहा है। वहीं इस दौरान महंगाई के बढ़ने के भी आसार हैं। इसके अलावा इस दौरान कुछ देश पाला बदलते हुए भारत को संयम रखने की नसीहत भी दे सकते हैं। ये असर मुख्य रूप से केतु के आयु भाव में चाल के तहत होने के आसार हैं।

Pt.sunil Sharma

वहीं इसी आयु भाव में शनि भी है, जो भारत के लिए राहत कारक है। ऐसे में यदि शनि की चाल तीव्र या शुक्र की युति के तहत हुई तो ये भारत के लिए बहुत फायदेमंद होगा, ऐसे स्थिति में जहां पूरा नुकसान पाकिस्तान के पाले में चला जाएगा। वहीं कुछ दूसरे देश भी पाकिस्तान पर कार्रवाई कर सकते हैं।

यहां रहना होगा सावधान…
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार वहीं इस दौरान देश को काफी सतर्क रहने होगा, क्योंकि इस दौरान पाकिस्तान या दूसरे दुश्मन देशों द्वारा कुछ परेशानी उत्पन्न की जा सकती है। इसके अलावा इस समय यानि 7 मार्च से 23 सितंबर के बीच कुछ समय धोखेबाजी के चलते अत्यधिक बुरा होता भी दिख रहा है। इस दौरान देश में रुदन उत्पन्न हो सकता है।

इस दौरान देश में रुदन उत्पन्न हो सकता है। वहीं इसी समय सीमाओं पर विवाद के चलते गोलीबारी की घटनाओं के अलावा रासायनिक कारणों से बीमारियों के फैलने की ओर भी इशारा मिल रहा है। कुछ दुर्घटनाएं होने के अलावा यह समय धन हानि के साथ ही देश के दुश्मनों का झूठ सामने आने का भी समय है।

यहां समस्याओं की जड़ में मुख्य रूप से केतु का आयु भाव में रहना प्रभाव देता दिख रहा है। लेकिन इसी भाव में शनि रणनीतिक स्तर पर उसके इन कुप्रभावों को साधता हुआ भी दिख रहा है, यानि रणनीति के तहत उन कुप्रभावों को सफल होने से शनि रोकता दिख रहा है।

हां यहां एक बात ज्यादा इशारा ये भी कर रही है कि रणनीति के तहत कई आतंकी या अन्य हमले समय से पहले पकड़ लिए जाने के चलते उन्हें विफल कर दिया जाएगा।

देश के पराक्रम में इस दौरान गजब का इजाफा भी देखने को मिल सकता है। लेकिन इस समय किसी कुचक्र का भी सामना करना पड़ सकता है। यह कुचक्र सीमा के साथ ही देश के साथ किसी नए तरीके से भी किया जा सकता है।

इस दौरान बाहरी मदद लगातार भारत की ओर रुख बनाए रखेगी। कई जगहों पर हमले या आतंकी गतिविधियों के चलते कुछ जगहों पर मृत्यु तुल्य स्थितियां भी पैदा होने की संभावना है। इसी समय देश की रणनीति में एक बड़ा बदलाव भी देखने को मिलेगा। वहीं रणनीति व राजनीति के तहत ही कई जगहों पर लगातार मजबूती के साथ भारत आतंकवाद पर जीत हासिल करता दिख रहा है।

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