उत्तर विधानसभा में मां दुर्गा उत्सव समिति टीला जमालपुरा में भले ही कोई अध्यक्ष न हो, लेकिन बीजेपी के एक मंत्री और नगर सरकार के मुखिया संरक्षक हैं। इस बार झांकी में करीब २० लाख रु. खर्च हुए। समिति के वरुण गुप्ता बताते हैं कि राशि चंदा, वीआइपी पास और स्पांसर के जरिए इकट्ठी करते हैं। नेताओं का हमारी समिति में सीधा कोई दखल नहीं है। वहीं सूत्र बताते हैं कि झांकी निर्माण के लिए चंदे से २० फीसदी राशि जबकि ८० फीसदी राशि नेताओं के प्रभाव से मिलती है।
बिट्टन मार्केट दुर्गा उत्सव समिति के भव्य आयोजन में नेताओं का भरपूर सहयोग रहता है। समिति के कई सदस्य सत्ताधारी पार्टी से जुड़े हैं, जिसके चलते इनकी झांकी पर पार्टी विशेष का प्रभाव दिखता है। चंदे सहित अन्य व्यवसायिक गतिविधियों से ७५ फीसदी राशि की व्यवस्था होती है, बाकी २५ फीसदी राशि नेताजी अपने करीबी कारोबारियों से दिलवा देते हैं। एक पूर्व विधायक भी बरसों से इस पंडाल के लिए सहयोग देते आ रहे हैं। हालांकि आयोजन समिति के अध्यक्ष हरिशंकर खटीक का कहना है कि झांकी पर खर्च की जाने वाली राशि की व्यवस्था सदस्यों व व्यवसायिक गतिविधियों से की जाती है।
संपत्ति विरूपण के मामले में हबीबगंज थाने में एफआइआर के बाद कांग्रेस नेता गोविंद गोयल ने आरोप लगाया है कि ये कार्रवाई द्वेषवश है। मैं दुर्गा भक्त हूं। जिस पोस्टर पर मेरा फोटो लगा था, उस पर पार्टी का नाम, पदनाम तक नहीं था, लेकिन मेरे खिलाफ प्रकरण बनाया गया है। उनका कहना है कि जिस पोस्टर के चलते कार्रवाई की गई है उसमें राजनीति या आचार संहिता का उल्लंघन जैसी कोई बात ही नहीं है। ये पूरी तरह राजनीति से प्रेरित मामला है।