थाना प्रभारी महेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि डॉ. अभय भम्बल (50) पीपुल्स अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के डीन हैं। उन्होंने 28 अगस्त 2019 को छात्रों की फीस के गबन और धोखाधड़ी की शिकायत की थी। जिसकी जांच के दौरान पता चला कि शिवलोक कॉलोनी खजूरी कलां, पिपलानी निवासी सौरभ विश्वकर्मा मूलत: पन्ना का रहने वाला है। वह डेढ़ साल से कॉलेज में अकाउंटेंट के पद पर काम कर रहा था। उसे प्रबंधन ने छात्रों की फीस जमा करने की भी जिम्मेदारी दे रखी थी। 25 मई से 19 अगस्त 2019 के बीच सौरभ के पास मेडिकल कॉलेज के नौ छात्रों ने फीस जमा कराई थी। इनमें से किसी ने नगदी तो कुछ चेक दिए थे।
अपने खाते में जमा करता था चेक
आरोपी सौरभ नगद मिलने वाली फीस अपने खाते में जमा करता था। जो छात्र चेक देते थे, उन्हें सौरभ कहता था कि जमा पर्ची/आवेदन में खाता नंबर और जिनके खाते में जमा करना है, उनका नाम खाली छोड़ दे वह हम लिख लेंगे। यह चेक भी वह अपने खाते में जमा करवाता था। चेक पर सिर्फ रकम भरवाता था, मेडिकल कॉलेज के नाम की जगह खुद का नाम लिखकर अपने खाते में जमा कर लेता था।
छात्रों से पूछा कि फीस क्यों नहीं दी, तब हुआ खुलासा
कॉलेज में छात्रों की फीस जमा होने की जांच की गई तो पता चला कि कई छात्रों ने फीस जमा नहीं की है। प्रबंधन ने छात्रों को फीस जमा करने के लिए कहा। इस पर छात्रों ने कहा कि उन्होंने तो अकाउंटेंट के पास फीस जाम करवा दी है। चेक और अन्य प्रमाण भी पेश किए। प्रबंधन ने इसकी जांच की तो पता चला कि नौ छात्रों की फीस सौरभ ने अपने खाते में जमा करवाई है। पुलिस ने बताया कि छात्रों की फीस जमा करने में गड़बड़ी की जांच और प्रकरण दर्ज होने की भनक लगते ही सौरभ नौकरी छोड़कर भाग गया। पुलिस ने डीन की शिकायत पर आरोपी सौरभ विश्वकर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।