पुलिस साईं विकलांग आश्रम के संचालक एमपी अवस्थी के बैंक खाते की डिटेल खंगालेगी। पुलिस को जानकारी मिली है कि अवस्थी को कई लोग फंड उपलब्ध कराते रहे हैं। फंड उपलब्ध कराने के पीछे के मकसद की जानकारी पुलिस जुटाएगी।
आश्रम से जब्त रजिस्टर्ड में 42 लड़कियों, 28 लड़कों का डाटा है। पुलिस का कहना कि बच्चियों के जो पते लिखे हैं उनमें अधिकतर बाहर की हैं। इसके अलावा भी अवस्थी कई अनाथ बच्चियों को आश्रम में रखता था। जिनका सरकार से कोई फंड नहीं मिलता था।
अवस्थी के आश्रम के मुख्य गेट पर ताला लगा है। ताले में कागज की एक चिट चिपकी है। जिसमें 17-09-18 के साथ समय 7:30 लिखा है, लेकिन किसी विभाग की इस चिट में सील नहीं लगी है। अब तक जिम्मेदार विभाग यह नहीं बता सके कि हॉस्टल किसने सील किया है। हॉस्टल में मंगलवार को कोई नहीं मिला।
केजी तिवारी, आयुक्त, सामाजिक न्याय विभाग
सामाजिक न्याय विभाग से पत्र आया था। उसके आधार पर बच्चों को शिफ्ट कराया है। कुछ बच्चियों को उनके माता-पिता ले गए हैं। कुछ को अलग-अलग हॉस्टलों में शिफ्ट कराया गया है। दो-तीन बच्चों की समस्या है जो थोड़े मानसिक रूप से ठीक नहीं है। उन्हें भी शिफ्ट करवा रहे हैं।
सुदाम खाड़े, कलेक्टर
कोर्ट में पीडि़ताओं के बयान दर्ज होने बाकी है। पुलिस के पास आश्रम में रहने वाली बच्चियों के नाम-पते हैं। बच्चियों को किस जगह रखा गया है, इसकी जानकारी पुलिस सामाजिक न्याय विभाग से लेगी।
नीरज सोनी, एएसपी
बच्चों के शिफ्ट करने की सूचना पुलिस को नहीं दी है।
हरिशंकर पाण्डेय, टीआई, खजूरी थाना