कंपनी द्वारा करीब तीन चार पिलर्स खड़े करने के बाद उसे अधूरा छोड़ दिया गया है। ऐसे में डेडलाइन 2019 के अंतिम माह में इसका काम पूरा कैसे हो पाएगा। अभी कंपनी आरओबी की तीन लाइन चालू करने में लगी हुई है। यदि निर्माण कार्य की यही स्थिति रही तो दो साल में कार्य पूरा होता नहीं दिख रहा है। डेडलाइन का करीब 8 माह बीत चुका है। एक वर्ष ही ग्रेट सेपरेटर को तैयार करने का समय बचा है।
सुगम होगी यातायात व्यवस्था
करीब सात सौ मौटर लंबे सिक्स लेन ग्रेड सेपरेटर के बनने से वीआइपी गेस्ट हाउस से हलालपुर बस स्टैंड और वीआइपी रोड से एयरपोर्ट रोड सहित इन्दौर भोपाल रोड सहित करीब चार मार्गों की यातायात व्यवस्था सुगम हो जाएगी। अभी लालघाटी चैराहे पर लम्बा जाम लगता है। हालांकि यातायात विभाग द्वारा ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं, लेकिन उनके बंद रहने से वाहन चालकों को दुर्घटना का भय बना रहता है।
यहां से रोज निकलते हंै वीआइपी, वीवीआइपी
जल्द ग्रेट सेपरेटर का काम शुरू होता है और इसे पूरा कर लिया जाता है तो वीआइपी, वीवीआइपी के साथ ही जनता को भी इस मार्ग से आवागमन की सुविधा मिल जाएगी। इससे समय भी बचेगा। यहां लगने वाले जाम से भी लोगों को राहत मिलेगी। इसे नई दिल्ली की सीडीएस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना रही है।
मार्च 2018 में निर्माण का फैसला: मार्च 2018 में इसके निर्माण का फैसला लिया गया था। टेंडर जारी कर कंपनी को वर्क ऑर्डर दिया गया। निर्माण कार्य शुरू होने पर लालघाटी चैराहे से बैरागढ़ की ओर बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाकर पिलर्स खडे कर दिए गए। हालांकि काम बंद पड़ा है।
टू लेयर होगा ग्रेड सेपरेटर : लालघाटी ग्रेड सेपरेटर 700 मीटर लंबा व सिक्स लेन होने के साथ ही टू लेयर होगा। वीआइपी गेस्ट हाउस से बैरागढ़ की ओर जाने वाले वाहन सीधे चले जाएंगे। वीआइपी रोड और एयरपोर्ट की तरफ जाने वाले वाहन नीचे से जाएंगे।