न्याय मांगने पिछले कई महीनों से भटक रहे हैं
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि पुलिस के लचर रवैये के चलते पीडि़त परिजन बेटी के लिए न्याय मांगने पिछले कई महीनों से भटक रहे हैं। सरकार और विभाग के नुमाइंदों ने इस मामले को गंभीता से लेने की बजाए आरोपियों को जमानत दिलाने आधार बनाने शुरू कर दिए हैं।
भय का माहौल होता जा रहा
पुलिस व्यवस्था का पूरा फोकस लोगों की सहायता करने की बजाए दीगर कामों पर हो गया है। इससे शहर की जनता में भय का माहौल निर्मित होता जा रहा है। शिवराज ने कहा कि वे मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस मामले में पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करेंगे और सरकार के खिलाफ सोमवार को धरना देंगे। पूर्व सीएम ने शहर की जनता से पीडि़त परिजनों की सहायता के लिए आगे आने की अपील की है।
दस्तक अभियान का दूसरा चरण 17 दिसम्बर से
भोपाल में दस्तक अभियान का दूसरा चरण 17 दिसम्बर से शुरू होकर 18 जनवरी 2020 तक चलेगा। सर्वे कार्य में शहरी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही शिक्षा एवं महिला बाल विकास विभाग की तरफ से बच्चों की सूची प्राप्त कर सर्वे सूची से मिलान किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में दस्तक अभियान के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारियों से आवश्यक सहयोग लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। दस्तक अभियान के दौरान 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को दी जाने वाली विटामिन ए की गोली से बच्चों के शरीर का संक्रमण और बीमारी से बचाव किया जाएगा।