इतना ही नहीं, यहां पर तालाब के एफटीएल में ही फेंसिंग करते हुए बड़ा गेट लगाकर तालाब को बंद कर दिया गया है। हैरत ये हैं कि ये सब सबके सामने खुलेआम हो रहा है, लेकिन कोई कुछ नहीं कह रहा। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि उन्हे मालूम तो नहीं है ये कौन कर रहा है, लेकिन जिस तरह से दिन के समय में ट्रकों में भरकर मुरम लाई जा रही है उससे ये काम किसी बड़े रसूखदार का काम है।
गौरतलब है कि खानूगांव की और से लगातार तालाब में मुनारे हटाकर अतिक्रमण की कवायद होती रही है। निगम की झील संरक्षण टीम कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखती है, लेकिन यहां इक्का दुक्का ही बड़ी कार्रवाई की गई। इस क्षेत्र से जुड़े पूर्व पार्षद मोहम्मद सउद का कहना है कि खानूगांव की और से तालाब संरक्षण जरूरी है। यहां तालाब में ही मैरिज गार्डन भी खुल गए हैं, जिससे अतिक्रमण के साथ गंदगी बढऩे की स्थिति बन रही है। मुरम भरकर तालाब के एफटीएल को पक्का करने की कवायद यहां के एक कॉलेज के पास हो रही है।
7000 वर्गफीट में भरी मुरम यहां खानूगांव की सडक़ से जोडऩे करीब 100 मीटर की पगड़ंडीनुमा रास्ते पर मुरम बिछाई गई है। एफटीएल से जुड़े हुए 7000 वर्गफीट के एफटीएल के हिस्से को मुरम से भरकर समतल किया गया है। आशंका है कि यहां किसी तरह की व्यवसायिक गतिविधि शुरू हो। इसके पास नावनुमा शक्ल में एक छोटा सा रेस्त्रां पहले ही चल रहा है। नगर निगम के अपर आयुक्त पवनसिंह को इस गड़बड़ी पर नजर रखना चाहिए और कार्रवाई करने की जरूरत है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। मामले को दिखवाने के बाद कार्रवाई करने का जवाब दिया जा रहा है।
नहीं हटी रिटेनिंग वॉल
खानूगांव की ओर से बड़ा तालाब में लगातार अतिक्रमण बढ़ाया जा रहा है। खुद नगर निगम ने यहां अतिक्रमण को बल देने रिटेनिंग वॉल बना दी और शासन के निर्देश के बावजूद अब तक नहीं तोड़ी गई। जिला प्रशासन की टीम ने बड़ा तालाब एफटीएल के भ्भीतर साढ़े चार सौ पक्के निर्माण चिन्हित किए थे, लेकिन उन्हें हटाने की कार्रवाई अब तक शुरू नहीं की।
खानूगांव की ओर से बड़ा तालाब में लगातार अतिक्रमण बढ़ाया जा रहा है। खुद नगर निगम ने यहां अतिक्रमण को बल देने रिटेनिंग वॉल बना दी और शासन के निर्देश के बावजूद अब तक नहीं तोड़ी गई। जिला प्रशासन की टीम ने बड़ा तालाब एफटीएल के भ्भीतर साढ़े चार सौ पक्के निर्माण चिन्हित किए थे, लेकिन उन्हें हटाने की कार्रवाई अब तक शुरू नहीं की।