scriptसेना का जवान अफसर बनकर की ठगी, क्राइम ब्रांच ने मोबाइल नंबर से किया ट्रेस | fake Army men cheating School director | Patrika News
भोपाल

सेना का जवान अफसर बनकर की ठगी, क्राइम ब्रांच ने मोबाइल नंबर से किया ट्रेस

सेना का जवान बनकर जीता भरोसा, बहाने बनाकर स्कूल संचालक से ठगे 80 हजार, जालसाजी: ऑनलाइन एप पर दोपहिया वाहन की 35 हजार में हुई थी डील

भोपालAug 28, 2019 / 11:42 am

KRISHNAKANT SHUKLA

fake_army_men.png

भोपाल. यदि कोई आपको ऑनलाइन खरीदी-बिक्री की वेबसाइट या एप पर सेना का जवान, अफसर बताकर सस्ता सामान बेचने का झांसा देता हैं तो सतर्क हो जाएं। जालसाज खुद को सेना का जवान बताकर ठगी कर रहे हैं। पुलिस, साइबर सेल के पास लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही हैं, जिसमें तबादले के नाम पर सामान बेचने का जालसाजों ने झांसा दिया, इसके बाद रुपए ठग लिए। ताजा मामला नवदूरसंचार कॉलोनी निवासी स्कूल संचालक अतुल जैन का है। जिन्हें जालसाज ने 80 हजार रुपए की चपत लगा दी। अतुल ने इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच एएसपी निश्चल एन झारिया से की है।

 

अतुल ने बताया कि उन्होंने ओएलएक्स एप में दोपहिया वाहन का विज्ञापन देखा था। विज्ञापन में दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उसने अपना नाम योगेश सैनी बताते हुए खुद को सेना का जवान बताया। दोनों के बीच वाहन की 35 हजार रुपए में डील तय हुई। डील होने के बाद सैनी ने अतुल से 15 हजार रुपए एडवांस मांगे। अतुल ने डिलेवरी देने के बाद पेमेंट करने की बात कही। इस पर जालसाज सेना के नाम पर भावनात्मक झांसे देने लगा। उसने कहा कि वाहन को ट्रांसपोर्ट से भेजने की बुकिंग करा दी है।

 

MUST READ : 48 घंटे बाद रेस्क्यू में मिली एक और लाश

 

इसकी उसने रसीद भी उन्हें वाट्सएप के जरिए भेजी। भरोसा होने के बाद अतुल ने 35 सौ रुपए उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपी ने सामान के क्लीयरेंस के एवज में तमाम तरह के झांसे देकर अतुल की पत्नी अल्का से अलग-अलग सात आनलाइन ट्रांजेक्शन करा 80 हजार रुपए अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए। पुलिस ने जब जालसाज के मोबाइल नंबर को ट्रेस किया तो उसका मूवमेंट झारखंड के नक्सली क्षेत्र में मिला।

 

MUST READ : गणेश चतुर्थी कब है और कैसे करें पूजा-अर्चना, इन बातों का रखें ध्यान

 

35 हजार की जगह 80 हजार रुपए ले लिए

जालसाज ने अतुल की पत्नी का भरोसा जीतने सेना के जवान बनकर तमाम भावनात्मक बहाने किए। इस पर अल्का उसके जाल में फंस गईं। उन्हें लगा कि सैनी उन्हें वाहन देगा। हर ट्रांजेक्शन में उसने अलग-अलग बहाने किए। जब उन्हें जालसाजी का पता चला तो ट्रांजेक्शन बंद किया और पुलिस को सूचना दी.

 

वर्दी वाली फोटो लगा कर सैनिकों के प्रति लोगों के सम्मान का उठा रहे फायदा

एएसपी झारिया ने बताया कि ओएलएक्स पर कभी कार, तो कभी बाइक समेत अन्य सामान के फोटो अपलोड कर उसे बेचने का झांसा दिया जाता है। जब कोई व्यक्ति उन फोटो के साथ दिए नंबर पर फोन करता है, तो फोन उठावे वाला खुद को सेना का अधिकारी या फिर जवान बताता है।

 

MUST READ : 13 घंटे लगातार झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने फिर जारी किया भारी बारिश का अलर्ट!

 

झांसा दिया जाता है कि उसका ट्रांसफर हो गया है और वो इसी वजह से सस्ता सामान ओएलएक्स पर बेच रहा है। भरोसा जीतने के लिए आरोपी अपने वाट्सएप प्रोफाइल पर भी सेना की वर्दी वाली फोटो लगाता है। साथ ही सामने वाले को सेना में होने के फर्जी दस्तावेज भी भेजता है। ग्राहक का विश्वास जीतने के बाद आरोपी सामान लेने वाले से एडवांस के तौर पर आधी रकम अपने विभिन्न अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेता है। हर रोज एक-दो लोगों को जालसाज शिकार बना रहे हैं। इनसे सावधान रहने की जरूरत है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो