इनके पास एक स्कूटी और एक कार है। इनके पास 30 जून को एक मैसेज आया कि इन्होंने बोर्ड ऑफिस चौराहे पर दोपहर 3.45 बजे जेब्रा क्रॉसिंग को पार किया है। जब फोटो देखा तो पता चला कि गाड़ी इनकी नहीं है। इनके पास स्कूटी है और फोटो बाइक की भेजी गई थी, लेकिन दोनों का नंबर एक ही था। इस पर उन्होंने तत्काल ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंचकर शिकायत की।
हरीश ने बताया कि पहले तो मुझे संदेह हुआ कि पड़ोस में कोई गाड़ी लेकर गया होगा, क्योंकि मेरे यहां कोई दूसरा गाड़ी चलाने वाला नहीं है। पत्नी से पूछा तो पता चला कि किसी को गाड़ी नहीं दी। वेबसाइट पर जाकर देखा तो सन्न रह गया। मेरे पास स्कूटी है और मुझे बाइक का चालान भेजा गया। मेरे नंबर का कोई गलत उपयोग कर रहा है।
इ-चालान से इंदौर में पकड़ाया गिरोह
इंदौर में इ-चालान जब रजिस्टर्ड पते पर पहुंचा तो पता चला नंबर तो सही है लेकिन गाड़ी का मॉडल अलग है। इंदौर पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि इस तरह का एक गिरोह ही सक्रिय था। इसी तरह से अगर भोपाल में जांच की जाए तो एक बड़ा गिरोह सामने आ सकता है।
हर 2.5 मिनट में ओवर स्पीड का एक चालान
आइटीएमस 13 जून से शुरू हुआ था और 30 जून से चालान भेजना शुरू किया था। 15 दिन में अब तक करीब 8500 चालान भेजे जा चुके हैं। इसमें सबसे अधिक चालान ओवर स्पीड के हैं। इसके बाद जेब्रा क्रॉसिंग उल्लंघन का है। 15 दिन में अब तक करीब 6500 लोगों को ओवर स्पीड का चालान भेजा जा चुका है, यानी हर 2.5 मिनट में एक चालान भेजा जा रहा है।
इस तरह की हमारे पास शिकायतें आई हैं। हम लोग पड़ताल कर रहे हैं। अगर नंबर प्लेट बदलकर कोई गाड़ी चला रहा है तो हम उसे ट्रैकिंग सिस्टम में चेक कर लेंगे। जो गलत कर रहा है, उसे पकड़ लिया जाएगा।
महेंद्र जैन, एएसपी ट्रैफिक भोपाल