scriptजवाहर मॉडल से किसानों की आय होगी दोगुनी | Farmers' income will double with Jawahar model | Patrika News
भोपाल

जवाहर मॉडल से किसानों की आय होगी दोगुनी

– राजभवन के निर्देश पर कृषि विश्वविद्यालय ने तैयार किया फार्मूला- खेती को लाभ का धंधा बनाने की दिशा में हो रहा है काम

भोपालNov 16, 2019 / 09:18 am

दीपेश अवस्थी

03_11_2017-farmer.jpg

Committees did not lift the seed in time

भोपाल। राज्य के किसानों की आय दोगुनी करने और खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए जवाहर मॉडल तैयार किया गया है। राजभवन ने कृषि, विज्ञान और वेटेनरी विश्वविद्यालयों को इस काम के लिए लगाया था। इसके लिए विश्वविद्यालय अपने-अपने स्तर पर रिसर्च कर प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं। इस बीच जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय ने मॉडल तैयार कर इसे सार्वजनिक किया। राजभवन भी इन विश्वविद्यालयों पर नजर रखे है।

कृषि विश्वविद्यालय के जवाहर मॉडल में बताया गया है कि इंटर क्रॉपिंग (अंतर-फसल) तकनीकी के माध्यम से किसान अपनी फसल में वृद्धि और कृषि आय को दोगुना कर सकते हैं। इसके तहत किसान अरहर जैसी गहरी जड़ वाली फसल के साथ उथली जड़ वाली फसलें एक साथ उगा सकते हैं। उथली जड़ वाली फसल में टमाटर, प्याज, लहसून, अदरक, हल्दी इत्यादि शामिल है। इससे किसान एक साथ दो फसल उगा सकते हैं। इससे किसानों की आय में बढ़ोत्तरी भी होगी। बाजार की मांग के मुताबिक भी किसान दो फसलों की खेती कर सकते हैं।

छोटे किसानों की संख्या अधिक –
प्रदेश में छोटे और सीमांत किसानों की संख्या सर्वाधिक है। इस श्रेणी में 65 प्रतिशत किसान आते हैं। ये किसान ये मॉडल अपनाकर अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं।

जीरो बजट की खेती पर है फोकस –
राज्यपाल लाल जी टंडन का फोकस जीरो बजट की खेती पर अधिक है। इसके कृषि और विज्ञान विश्वविद्यालयों को उन्होंने टारगेट भी दिया है। जीरो बजट की खेती को देखने के लिए वे हरियाणा के कुरुक्षेत्र के गुरुकुल में खेती को देखने भी गए थे।
राज्यपाल चाहते हैं कि किसानों की आय दोगुनी हो और खेती को लाभ का धंधा बने। विश्वविद्यालयों को इसी दिशा में काम करने के लिए कहा गया था। इसी को ध्यान में रखकर विश्वविद्यालय काम कर रहे हैं। कृषि विश्वविद्यालय का मॉडल भी इसी कड़ी का हिस्सा है।
– मनोहर दुबे, सचिव राज्यपाल

Home / Bhopal / जवाहर मॉडल से किसानों की आय होगी दोगुनी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो