कृषि विश्वविद्यालय के जवाहर मॉडल में बताया गया है कि इंटर क्रॉपिंग (अंतर-फसल) तकनीकी के माध्यम से किसान अपनी फसल में वृद्धि और कृषि आय को दोगुना कर सकते हैं। इसके तहत किसान अरहर जैसी गहरी जड़ वाली फसल के साथ उथली जड़ वाली फसलें एक साथ उगा सकते हैं। उथली जड़ वाली फसल में टमाटर, प्याज, लहसून, अदरक, हल्दी इत्यादि शामिल है। इससे किसान एक साथ दो फसल उगा सकते हैं। इससे किसानों की आय में बढ़ोत्तरी भी होगी। बाजार की मांग के मुताबिक भी किसान दो फसलों की खेती कर सकते हैं।
छोटे किसानों की संख्या अधिक –
प्रदेश में छोटे और सीमांत किसानों की संख्या सर्वाधिक है। इस श्रेणी में 65 प्रतिशत किसान आते हैं। ये किसान ये मॉडल अपनाकर अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं।
राज्यपाल लाल जी टंडन का फोकस जीरो बजट की खेती पर अधिक है। इसके कृषि और विज्ञान विश्वविद्यालयों को उन्होंने टारगेट भी दिया है। जीरो बजट की खेती को देखने के लिए वे हरियाणा के कुरुक्षेत्र के गुरुकुल में खेती को देखने भी गए थे।