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भोपाल

बरसात के मौसम में बच्चों के पहनावे में ये करें बदलाव, रहेंगे स्वस्थ

मौसम के बदलने से तेज बुखार होना, नाक बह्ना, संक्रमण फैलना आम बात है। ऐसे समय में बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए बरसात के मौसम के कपडे पहनाना आवश्यक होता है ।

भोपालJul 30, 2017 / 06:33 pm

दीपेश तिवारी

rainy season dress code

children dress code in rainy season


भोपाल। बरसात का मौसम वैसे तो मौज मस्ती का समय होता है , क्योंकि बारिश झुलसे हुए खेत-खलिहानों के लिए जीवन प्रदान करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं ये समय छोटे बच्चों के अभिभावकों के लिए चिंता का विषय होता है, क्योंकि मौसम के बदलने से तेज बुखार होना, नाक बहना, संक्रमण फैलना आदि होना आम बात है। ऐसे समय में बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए बरसात के मौसम में पहनने वाले कपडे पहनाना आवश्यक होता है।

आमतौर पर बरसात का मौसम देश में जून आधे से लेकर सितंबर के मध्य तक रहता है। वहीं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित कई हिस्सों में जुलाई और अगस्त में बारिश बहुत तेज होती है। इसके अलावा प्रदेश के कुछ हिस्सों में अप्रैल और अकटूबर में भी हल्की-फुल्की बारिश होती है जो कि बहुत ज्यादा तो नहीं होती परंतु बच्चों की सेहत पर आवश्य असर करती है ।




 
डॉ. राजकुमार के अनुसार बारिश के मौसम में बच्चों को सेहतमंद रखने के लिए इन दिनों में सिर, छाती और पेरों को ढक कर रखें। जो कपडे पानी को सोख लेते हैं और बच्चों को सूखा रखते हैं और वही कपडे इस मौसम के लिए बेहतर विकल्प होते हैं ।

यह हो ऊपरी पोशाक…
फैशन की जानकार रश्मि कौशल के अनुसार यह सुनिश्चित करें कि अधिकतम बरसाती मौसम में बच्चा पूरी तरह सूखा रहे और आरामदायक मह्सूस करे।



 जानकारों के अनुसार इसके लिए हमें उसे रैक्जीन,प्लास्टिक, और कठोर प्लास्टिक से बने पार्दर्शी कपडे पहनाने चाहिए।

बरसात में भीगने से बचने के लिए शिफोन व नाइलोन पहनना अनुकूल होगा क्योंकि इस प्रकार के कपडे गीले होने पर भी जल्दी सूख जाते हैं ।




चूंकि बरसात के मौसम में कीचड और पानी दोनों होते हैं इसलिए हल्के कपडे जैसे सूती, गाबर्डीन और रेशम मिश्रित कपडे पहनना ठीक नहीं होता क्योंकि आप इनमें लगे जिद्दी दागों से आसानी से छुटकारा नहीं पा सकते हैं ।
इसके अलावा जींस, डेनिम और दूसरे भारी कपडे भी नहीं पहनने चाहिए क्योंकि उनमें पानी ठहर जाता है और उन्हें सूखने में बहुत देर लगती है क्योंकि धूप न निकलने के कारण कपडे सूख नही पाते ।
साथ ही बुने हुए और ऊनी कपडे पानी सोखने लेने के कारण यह सिकुड जाते हैं, और तेज धूप न निकलने के कारण ऐसे कपडे जल्दी सूख नही पाते ।

ऐसे हो कपड़े…

* बरसात में सिर को टोपी, छाते और टोपीदार कोट से ढक कर रखना चाहिए।

* छोटे बच्चों के लिए बाजार में छाते की शक्ल में कई रगों में हैट और टोपियां मिलती हैं। और दोनों ही हैंड-फ्री होने के साथ-साथ बारिश से बचाव भी करती हैं।

* बारिश से बचाव के लिए रैनकोट जैसे वजन में हल्के कपडों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।





शरीर से लगे छोटे बच्चों के लिए भी कुछ रैनकोट बेल्ट के साथ मिलते हैं जो पूरी तरह सुरक्षित होते हैं विशेषकर जब तेज हवा चलती है।

* इसके अलावा आजकल कपडों के ऊपर पहने जाने वाले जैकट और कंधों को ढक कर रखने वाले कपडे भी मिलते हैं, जो बच्चों के लिए सुरक्षित होने के साथ-साथ फैशन के अनुरुप भी होते हैं।

* पानी से बचने के लिए टखनों से ऊपर पहने जाने वाले या बरसाती जूतों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो पैरों को तब भी पूरी तरह सूखा रखते हैं जब उनका पैर गलती से दलदल में फंस जाए।

* रबड के सलीपर खरीदें क्योंकि यदि बरसात के कारण वे गंदे हो जाएं या उन पर कीचड लग जाए, तब उन्हें साफ करना आसान होता है।

* बरसात में सैंडिल,चप्पल,बक्कल वाले जूते सभी बच्चों के लिए उपयुक्त होते हैं । इन सभी प्रकार के जूतों में कई तरह के रंग और कार्टून करैक्टर भी मिलते हैं जिन्हें देख बच्चे खुश हो जाते हैं।
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