कमला नगर अस्पताल घटना मेंटेनेंस के हाल, सीपीए का प्रशासनिक नियंत्रण खत्म, गैस राहत में कोई पूछता नहीं सीपीए की जो विंग कमला नेहरू अस्पताल का रखरखाव देख रही है, वह खुद ही कुप्रबंधन का शिकार है। कुछ साल से सीपीए से इसका बजट बंद होने से इसके द्वारा किए जा रहे रखरखाव कामों की निगरानी भी बंद हो गई। स्थिति ये है कि इस विंग से कमला नेहरू के रखरखाव को लेकर न सीपीए के इंजीनियर सवाल जवाब करते हैं और न ही गैस राहत इनसे कुछ पूछता है। सीपीए के अधीक्षण यंत्री रवि मित्तल का कहना है कि कमला नेहरू में मेंटेनेंस करने वाली विंग सीपीए की है, लेकिन अब उनका प्रशासनिक नियंत्रण सीपीए के पास नहीं है। सीपीए बजट भी नहीं देता है, इसलिए कोई पूछताछ या समीक्षा भी नहीं करते। गैस राहत प्रबंधन के तहत ही वे काम करते हैं। गैस राहत में इस विंग पर प्रशासकीय नियंत्रण को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में यहां किसी तरह का मेंटेनेंस नहीं हो रहा था। यहां मेंटेनेंस के लिए तय किए हुए सीपीए के एसडीओ रामप्रकाश विश्वकर्मा ने तो घटना होने के बाद ही मोबाइल बंद कर दिया। अब वे घटना को लेकर पूरी तरह से मौन है। किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया जा रहा है।
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