आग को देखते हुए जो अनुमान लगाया जा रहा है, उसके अनुसार इसके कारण लाखों का नुकसान होना सामने आ सकता है। वहीं दूसरी ओर बारिश होने के बावजूद आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। इसका कारण भी आग की तीव्रता को बताया जा रहा है। बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर लगी आग का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटे इतनी ऊंची थी कि काफी दूर से दिखाई दे रही थी। इसके अलावा इसका धूंआ भी कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा था। सूचना पर पहुंची आधा दर्जन दमकलों ने आग पर काबू पाया।
काम्पलेक्स की चौथी मंजिल पर लगे डोम में आग लगने के कारण वहां तक दमकलों की पहुंच नहीं थी। इसलिए हाइड्रोलिक फायर फआइटर की मदद से आग पर काबू पाया जा सका।
घटना के बाद महाराणा प्रताप नगर की तरफ से आने वाले वाहन और सात नंबर की तरफ जाने वाले रास्ते पर जाम लग गया था। जाम को खोलने के लिए पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी।
बताया जाता है कि मानसरोवर काम्पलेक्स में कुछ स्थानों पर आग बुझाने के इंतजाम है, लेकिन उसका रखरखाव नहीं होने के कारण वह खराब पड़े हुए हैं। इस काम्पलेक्स की एक दुकान में पहले भी आग लग चुकी है। इसके अलावा इसी काम्पलेक्स से लगे आरटीओ बिल्डिंग में भी बड़ी आग लग चुकी है।