पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की। पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर मोबाइल कॉल रेकॉर्ड खंगाला। पुलिस को उसके दोस्त मनोज अहिरवार व राहुल सहैरिया की घटना स्थल के पास मौजूदगी मिली। पुलिस ने दोनों के घर पर दबिश दी गई, लेकिन वह गायब मिले। करीब एक माह की मशक्कत के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मनोज एक ऑन लाइन मार्केटिंग कंपनी में डिलेवरी बॉय रह चुका है। दीपावली के समय उसने नौकरी छोड़ दी थी। जबकि राहुल मजदूरी के साथ हार्वेस्टर चलाता है।
बदहवास हालत में नदी में धक्का दिया
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 6 नवंबर को कपिल के साथ मनोज अहिरवार, राहुल सहैरिया, विनोद पाल उर्फ चौहान व विनोद अहिरवार शराब पीने के लिए मंडीदीप के पास केरवा नदी के किनारे कैथलिया घाट पहुंचे। इसी दौरान कपिल ने बात करने के लिए मनोज का नया मोबाइल मांगा। वह मोबाइल लेकर थोड़ी दूर जाकर बात करने लगा। थोड़ी देर बाद लौटा, तो मोबाइल नहीं मिला। मनोज ने मोबाइल वापस मांगा तो उसने अपने पास होने से इनकार कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। यह देख विनोद पाल व विनोद अहिरवार भाग गए। जबकि कपिल के साथ नशे में धुत मनोज व राहुल मारपीट करने लगे। मारपीट के बाद भी मोबाइल नहीं मिला, वह दोनों उसका मुंह दबा नदी के किनारे लेकर पहुंचे। इसके बाद धक्का देकर उसे 20 फीट ऊंचाई से नदी में गिरा दिया। तैरना नहीं आने की वजह से डूबने लगा। मदद के लिए चीखता रहा, लेकिन दोस्तों ने मदद नहीं की। जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस को मनोज का मोबाइल अब तक नहीं मिला है।
पुलिस ने महिला की जुटाई जानकारी
कपिल की शादी हो चुकी है। उसके एक-एक बेटा-बेटी हंै। पुलिस को जांच के दौरान कपिल की एक अन्य महिला से दोस्ती होने के इनपुट मिले। पुलिस ने महिला की जानकारी जुटाकर उससे पूछताछ की, लेकिन हत्याकांड में उसकी भूमिका सामने नहीं आई।