प्राइवेट नौकरी करता है
जानकारी के मुताबिक पुलिस लाइन नेहरू नगर निवासी 30 वर्षीय अमित जाटव पिता मुन्ना लाल प्राइवेट नौकरी करता है और प्रतियोगी परीक्षाओं का तैयारी कर रहा है। मुन्नालाल हनुमानंगज थाने में एएसआई हैैं। रविवार दोपहर अमित अपने दोस्त गजेंद्र सिंह यादव (29) पिता तेज नारायण के साथ कलियासोत डैम घूमने गया था। गजेंद्र ने बताया कि घूमने के दौरान अमित की डैम में नहाने की इच्छा हुई। गजेंद्र ने मना किया तब भी अमित नहीं माना। इसके बाद दोनों डैम में नहाने उतर गए। वे पानी के कुछ ही दूर गए थे, तभी नहाते हुए अचानक अमित चिल्लाते हुए पीठ के बल पानी के अंदर चला गया।
अमित पानी के ऊपर आ गया
शंका होने पर गजेंद्र ने तुरंत एक डंडा लिया और खुद अमित के पीछे अंदर गया। उसने देखा अंदर मगरमच्छ ने अमित की जांच पकड़ी थी। गजेंद्र ने हिम्मत दिखाते हुए डंडे के नुकीले हिस्से को मगरमच्छ की पीठ पर जोर से दबाया। इससे मगरमच्छ की पकड़ ढीली हुई और अमित पानी के ऊपर आ गया।
शारदा अस्पताल में भर्ती कराया
गजेंद्र ने बताया कि अमित को ऊपर जाते देख वह भी पानी के ऊपर आ गया और अमित को पानी के बाहर खींच लिया। उन्हें घटनास्थल से कुछ दूरी पर वह मगरमच्छ दिखाई दिया, जिसने हमला किया था। घटना के बाद गजेंद्र ने अपने दोस्तों को फोन कर बुलाया। इसके बाद अमित को शारदा अस्पताल में भर्ती कराया।
नहाते हुए वीडियो बनाना चाहते
गजेंद्र ने बताया कि हम दोनों अपना डैम में नहाते हुए वीडियो बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने डैम में नहाने से पहले अपना मोबाइल एक डंडे से बांधा और उसे पानी के किनारे गाड़ दिया। वे नहा रहे थे और वीडियो बन रहा था। तभी यह हादसा हुआ। पूरी घटना वीडियो में कैद हो गई। यही गाड़ा हुआ डंडा लेकर गजेंद्र पानी के अंदर लेकर गया था, जिसे उसने मगरमच्छ की पीठ में गढ़ाया और अपने दोस्त की जान बचाई।
कभी मगरमच्छ नहीं दिखा
घायल अमित का अस्पताल में इलाज जारी है। अमित के पिता एएसआई मुन्नालाल ने बताया कि मगरमच्छ ने अमित की जांघ पकड़कर पानी के पांच फीट अंदर ले गया था। जहां अमित ने अपने हाथों से उसके जबड़े पकड़ लिए और आंखों में ऊंगली डाली। इससे अमित के दोनों हाथों में खरोंच आई और जांघ में गंभीर चोट आई है। अमित ने बताया कि वह पहले भी इस स्थान पर नहाने गया है, लेकिन आज तक उसे कभी मगरमच्छ नहीं दिखा।