दो अक्टूबर को गांधी प्रतिमा की स्थापना
अपर आयुक्त (स्वास्थ्य) राजेश राठौर का कहना है कि मूर्तिकार तय कर प्रतिमा बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। कोशिश है कि महात्मा गांधी की जयंती दो अक्टूबर को इसकी स्थापना की जाए। हालांकि ये प्रतिमा कहां स्थापित की जाएगी, ये तय करना बाकी है। स्वच्छता का संदेश प्रसारित करने वाले इस नवाचार को खासी सराहना भी मिल रही है। निगम अधिकारियों के मुताबिक किसी और शहर में महात्मा गांधी की प्रतिमा कागज की लुगदी से बनाई गई है, इस तरह की जानकारी नहीं है।
स्वच्छता के लिए निगम द्वारा किए गए नवाचार
– वेस्ट प्लास्टिक से टेबल कुर्सियां बनाई जा रही हैं।
– महिलाओं के बालों को एकत्र कर उन्हें बदले में जीरा देने की योजना।
– पेट्रोल पंप पर रखे बिन में वेस्ट प्लास्टिक देने की योजना।
– कबाड़ से जुगाड़ किया गया।
– जागरुकता के लिए केश शिल्पियों से सामूहिक तौर पर बाल कटवाने का कार्यक्रम।
– चाय पर चर्चा का आयोजन कर जागरुकता बढ़ाई गई।
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दांडी मार्च पर निकली बापू की लाठी राजधानी पहुंची
भोपाल। पोरबंदर से भारत भ्रमण पर निकली महात्मा गांधी की लाठी शुक्रवार को राजधानी पहुंची। यहां यंग इण्डिया के मेम्बरों ने पूरे शहर में घुमाया। यह लाठी अब महाराष्ट्र के लिए रवाना होगी। इससे पहले मध्यप्रदेश के शहरों में इस लाठी को घुमाया गया। यंग इण्डिया के पदाधिकारियों ने बताया कि वह महात्मा गांधी की इस लाठी के माध्यम से शहर-शहर जाकर स्वच्छता का संदेश देते है और लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करते है। शुक्रवार को निगमायुक्त विजय दत्ता ने भी इस लाठी को अभिवादन किया। शनिवार को विश्व स्वच्छता दिवस पर नगर निगम भोपाल पूरे शहर में स्वच्छता की अलख जाएगा। एक साल पहले विश्व स्वच्छता दिवस की शुरूआत हुई थी। इस दिन विश्व के 157 देशों ने एक साथ 01 करोड 75 लाख लोगों ने अभियान में हिस्सा लिया था। इसी के तहत महात्मा गांधी की लाठी पूरे भारत वर्ष के भ्रमण पर निकली है। यंग इण्डिया के पदाधिकारियों ने बताया कि इस गांधी लाठी के माध्यम से शहर-शहर जाकर स्वच्छता का संदेश देते हैं