छोटा तालाब स्थित काली मंदिर के पंडित पवन शास्त्री ने बताया कि जैसे मानव शरीर पंचतत्व से मिलकर बना है वैसे ही मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा में भगवान का वास होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार भगवान शंकर राक्षस का वध करने में असफल हो गए थे।
तब उन्होंने मिट्टी की गणेश प्रतिमा का पूजन किया। इसके बाद उन्हें त्रिपुरासुर राक्षस का वध करने में सफलता मिली थी। शास्त्रों में मिट्टी के गणेश की प्रतिमा की पूजा-अर्चना करने के महत्व का यह उल्लेख मिलता है। इसलिए आने वाले गणेशोत्सव में मिट्टी के गणेश की पूजा-अर्चना कर हम अपनी सफलता की राह खोल सकते हैं।
शहर के इन जगहों पर सजी झांकियां
न्यू मार्केट में ग्वालियर का सूर्य मंदिर : न्यू मार्केट व्यापारी गणेश उत्सव समिति की ओर से इस बार ग्वालियर के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर की झांकी सजाई गई है। झांकी में सूर्य स्वर्णिम रथ पर भगवान गणेश के सारथी के रूप में दर्शन देंगे।
कोलार में सजेगा लालबाग के राजा का दरबार: बीमा कुंज कोलार में लालबाग के राजा गणेश उत्सव समिति द्वारा बैंगलूरू में प्रस्तावित प्रतीकात्मक मंदिर की झांकी सजाई जा रही है, इसमें 14 फीट ऊंचे लालबाग के राजा की प्रतिमा विराजमान रहेगी।
भोपाल के राजा की ऑनलाइन आरती : शहर में सबसे पहले गणेश उत्सव की शुरुआत पीपल चौक से हुई थी। इसलिए इन्हें भोपाल का राजा भी कहा जाता है। यहां भगवान गणेश रिद्धि-सिद्धि और पुत्र शुभ-लाभ के साथ विराजमान होंगे। गणेश उत्सव में लड्डू उत्सव, छप्पन भोग सहित अन्य आयोजन होंगे। यहां की आरती व कार्यक्रमों का ऑनलाइन प्रसारण किया जाएगा। इसी तरह रेतघाट, माता मंदिर, जवाहर चौक, कोटरा सहित अनेक स्थानों पर भी गजानन की झांकी सजेगी।
भद्रा का दोष नहीं
पं. विष्णु राजौरिया ने बताया गणेश स्थापना करने में भद्रा का कोई दोष नहीं लगता है। इसलिए सुबह से शाम तक शुभ मुहूर्त में स्थापना की जा सकती है। साथ ही गणेश चतुर्थी पर चंद्रदर्शन निषेध है। इस दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए।
शहर के गणेश मंदिर कहां क्या
छोला गणेश मंदिर: सुबह 7 बजे गणेश पूजा, स्थापना होगी, इसके बाद महाआरती 8 बजे रात्रि में होगी। गणेश उत्सव में भजन, कीर्तन, जागरण के साथ डोल ग्यारस पर अभिषेक और महाआरती होगी।
पिपलानी गणेश मंदिर: शाम 6 बजे गणेशजी की स्थापना और सुंदरकांड सहित कई आयोजन भी।
दगड़ू गणेश कोलार: मंदिर में सुबह 6:30 बजे अभिषेक, 7 बजे स्थापना होगी। इसके बाद गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ होगा।
चौघडिय़ा मुहूर्त
सुबह 6:14 से 7:46 शुभ
सुबह 10:51 से 12:23 चल
दोपहर 12:23 से 1:55 लाभ
दोपहर 1:55 से 3:27 अमृत
शाम 4:59 से 6:32 शुभ
शाम 6:32 से 7:59 अमृत
बिक गई पीओपी की
5 हजार प्रतिमाएं
प्रशासन की रोक और संस्थाओं की जागरुकता के बाद भी शहर में अब तक 5 हजार से अधिक पीओपी की प्रतिमाएं बिक चुकी है, जबकि गुरुवार को इससे ज्यादा प्रतिमाएं बिकने का अनुमान है।
शहर में होशंगाबाद रोड, एमपी नगर बोर्ड ऑफिस चौराहे के आगे, माता मंदिर, मैनिट तिराहा, 10 नंबर, कोलार रोड सहित अन्य स्थानों पर पीओपी की प्रतिमाओं की बिक्री की जा रही है।
गणेश स्थापना के श्रेष्ठ मुहूर्त
8.21 (सुबह ) से 10:36 तुला लग्न
10.36 (सुबह ) से 12:52 वृश्चिक लग्न
11.48 (सुबह) से 12:12 अभिजीत मुहूर्त
4.45 (शाम) से 6:18 कुंभ लग्न
घर-घर सृजन, घर-घर विसर्जन: मिट्टी सहित प्राकृतिक वस्तुओं से गणेश प्रतिमा बनाना सीख रहे शहरवासी
चाक मिट्टी, सुपारी से बनाई प्रतिमा, तो कहीं बीज गणेश से पर्यावरण रक्षा का संकल्प
यहां मिल रहीं मिट्टी की गणेश प्रतिमा : गायत्री शक्तिपीठ एमपी नगर, प्रज्ञापीठ बरखेड़ा, अंजलि कॉम्पलेक्स, 1100 क्वार्टर कैंपियन स्कूल के सामने, माता मंदिर।
बीज गणेश से कर सकते हैं पौध निर्माण
जएनसीटी कॉलेज में आयोजित पर्यावरण मित्र मिट्टी के गणेश कार्यशाला में विद्यार्थियों ने प्रतिमा बनाना सीखी। संस्था निदेशक डॉ विजय कुमार, नेचर क्लब संयोजक डॉ. रिषू उपाध्याय ने पीओपी से नुकसान के बारे में बताया। कॉलेज अध्यक्ष पूनम चौकसे ने कहा कि मिट्टी की प्रतिमा में बीज रखे तो विसर्जन बाद वह पौधे बन जाएगा।
बनाएं बीज गणेश : दिगम्बर जैन विद्यालय समिति चौक की ओर से 400 विद्यार्थियों को बीज गणेश सजीव गणेश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। वृक्ष मित्र सुनील दुबे ने प्रशिक्षण दिया।
घर पर ही विसर्जन का संकल्प
संत हिरदाराम गल्र्स कॉलेज में मिट्टी में बीज रखकर मूर्ति बनाना सिखायागया। प्रशिक्षण कल्पतरू ग्रामोद्योग समिति, एनएसएस इकाई की ओर से दिया गया।