आरोपी गोलू का बचपन रेलवे स्टेशन के आसपास फुटपाथ पर ही गुजरा है। नाबालिग अवस्था में भी उसने एक संगीन जुर्म किया था। इसके बाद 2014 में वह एक महिला के वहीं लिव इन में रहने लगा था, लेकिन वह महिला के दुधमुंहे बच्चे को अपनाना नहीं चाहता था। जिसके चलते उन दोनों ने बच्चे को पटरी पर फेंक दिया था। सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस ने गोलू और उसकी प्रेमिका के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था।
अमर को कुछ समय पहले हबीबगंज पुलिस ने एक रिटायर्ड आईजी के यहां चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सूत्रों के अनुसार चोरी का माल खरीदने के आरोप में पुलिस ने यहां के कबाड़ी के भाई को भी गिरफ्तार किया था। अमर छह माह पहले ही जेल से छूटा है। वहीं तीसरा आरोपी रमेश स्टेशन के पूर्वी क्षेत्र में झाड़ियों के बीच झोपड़ी बनाकर रहता था। आरोप है कि वह भी पन्नी बीनने की आड़ में चोरी करता रहा है।
इसी शांति नगर में वर्ष 2011 में पुलिस कॉलोनी रहने वाली 14 वर्षीय लड़की की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। उसका शव पुलिस ने बुदनी के जंगल से बरामद किया था। इस मामले में लोगों ने आरोपी की दुकान में आग लगा दी थी। बाद में प्रशासन ने यहां से सभी गुमठियां हटवा दी थी, लेकिन धीरे-धीरे फिर से यहां कबाड़े की दुकानें लग गई हैं।
एमपी नगर से लेकर पटरी के किनारे हबीबगंज रेलवे स्टेशन तक का स्थान नशेड़ियों की पसंदीदा जगह है। यहां अक्सर गांजा और ब्राउन शुगर पीते लोगों को देखा जा सकता है। आरोप है कि इनमें से अधिकांश आपराधिक तत्व होते हैं।