एक साथ जलीं 8 आर्थियां
खटलापुरा घाट में मरने वाले सभी शव को पहले 1100 क्वार्टर ले जाया गया उसके बाद वहां से श्मसान घाट के लिए जैसे ही आर्थियां उठीं वैसे ही मृतक के परिवार वाले शव से लिपट लिपटकर रोनें लगे। एक मृतक की मां का कहना है कि जब नाबालिग बच्चे बाइक आदि बिना हेलमेट के चलाते है तो पुलिस उनको रोकती है और चालान बनाती है और कभी कभी तो थप्पड़ भी मार देती। ऐसे मेें जब बच्चे नाव पर सवार हो रहें थे तो बच्चों से क्यों नहीं पूछा गया कि आप को तैराना आता है या नहीं। अगर पुलिस पूछताछ करती और थप्पड़ लगाती तो शायद आज मेरा बेटा जिंदा होता।
येे है मामला
राजधानी के छोटा तालाब स्थित खटलापुरा घाट पर आज सुबह करीब पौने 5 बजे एक बड़ा हादसा हो गया। हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है भोपाल के पिपलानी क्षेत्र के रहने वाले 17 लोग खटलापुरा घाट में नाव में सवार होकर गणपति का विसर्जन करने गए थे तभी नाव पलट गई जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई।
मृतकों के परिवार को 11 लाख की आर्थिक सहायता
राजधानी के छोटा तालाब स्थित खटलापुरा घाट में हुए हादसे में मारे गए सभी मृतकों के परिजनों को 11- 11 लाख रूपए की सहायता दिए जाने की घोषणा सरकार ने की है। प्रभारी मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने खटला पुरा घाट में हुए दुर्घटना मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है।वही नगर निगम भोपाल ने भी राशि सहायता देने की घोषणा की है।