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भोपाल

खास दिखने युवा ऑर्डर कर रहे गरबा ड्रेस

ट्रेंड देख व्यापारियों ने गुजरात, जयपुर और मुम्बई से मंगाई वैरायटी
 

भोपालSep 27, 2018 / 05:20 pm

Rohit verma

garba news

खास दिखने युवा ऑर्डर कर रहे गरबा ड्रेस

ब्रजेश शर्मा की रिपोर्ट
भोपाल/ संत हिरदाराम नगर. गरबे की शुरुआत गुजरात से हुई थी। वहां नवरात्रि में बड़ी संख्या में युवा इस आयोजन में भाग लेते हैं, लेकिन अब यह परम्परा पूरे देश में शुरू हो गई है। गरबे में युवाओं के साथ ही बच्चों से लेकर बुजुर्ग महिलाएं तक शामिल होती हैं। गरबे को लेकर बाजार में परिधानों की मांग हो रही है। युवा नवरात्रि के दो माह पहले से ही गरबे की तैयारियों में जुट गए हैं।

संत नगर में सालों से गरबे के ड्रेस की कई दुकानें संचालित हो रही हैं। नवरात्रि में कुछ दिन ही शेष बचे हैं, जिससे ड्रेस की डिमांड बढऩे लगी है। भोपाल सहित आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में ग्राहक डे्रस खरीदने पहुंच रहे हैं। दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगने लगी है। क्रेजी, प्रब्स, डेकोरेट टोपी, पालकी, स्पेशल गरबा सेट सहित पूरे गु्रप का सेट तैयार कर व्यापारियों द्वारा दिए जा रहे हैं। व्यापारियों ने बताया कि ग्राहकों की सबसे ज्यादा डिमांड भुज ड्रेस की होती है, जो खासकर गुजरात से बनवाई जाती है। इसके लिए ग्राहक दो माह पहले ही ऑर्डर दे देते हैं।

 

अलग-अलग ड्रेस कीहोती है डिमांड
ग्राहक को सबसे ज्यादा अलग दिखने के लिए भरे हुए ट्रेडिशनल लुक के साथ ही इन्डोवेस्ट्रर्न, नेट लहंगे, शाट लहंगा, फैंसी ड्रेस सहित अलग-अलग ड्रेस की डिमांड ज्यादा होती है, जो बाजार में उपलब्ध है। साथ ही अलग-अलग रूप में गु्प बनाना, भगवानों के रूप में बनना, नौ देवियों के रूप में बनने के साथ ही फू्रट में एप्पल, केले, सेवफल, टमाटर जैसे लुक में दिखने के लिए ऐसी डे्रस की भी मांग ज्यादाकी जाती है।

दस जगहों से आती है गरबा ड्रेस
ग्राहकों की मांग के अनुसार बेंगलुरू, कोलकाता, गुजरात, दिल्ली, जयपुर और मुम्बई से ड्रेस मंगाई जाती है। ऑर्डर मिलने पर गुजरात शहर से बनवाई जाती है। नया दिखने के लिए ग्राहक सबसे ज्यादा बनवाना पसंद करते हैं। वह अपनी इच्छा के अनुसार दो माह पहले से बुकिंग कर देते हैं, उनकी बुकिंग को गुजरात में ऑर्डर कर बनवाया जाता है।

 

यूनीक ज्वैलरी की भी डिमांड
ड्रेस के साथ भारी ज्वैलरी पहनना भी पसंद आता है। व्यापारियों ने ज्वैलरी अलग से रखी है, जो कच्छ से मंगाई जाती है। युवा गरबे में लाल, गुलाबी, पीला, नारंगी, चोली, घाघरा चोली पर गहने पसंद करते हैं।

पैसा नहीं लुक देखते हैं युवा
व्यापारी ने बताया कि गरबे के दिनों में नए लुक दिखाने के लिए युवा बेताव रहते हैं, इसलिए वह पैसों को न देखकर नए कलेक्शन को लेना पसंद करते हैं। बाजार में नई ड्रेस की कीमत 600 से लेकर 3000 रुपए तक है। वहीं लोग किराए पर भी लेना पसन्द करते हैं, जिसका रोजाना किराया 200 से 800 रुपए तक है।

ग्राहकों को कुछ नया चाहिए रहता है। उनकी मांग के हिसाब से हम डे्रस बनवाकर भी देते हैं। दो माह पहले से गरबा ड्रेस की बुकिंग शुरू हो जाती है। लोग पैसे न देखकर वैरायटी की ज्यादा मांग करते हैं।
हनी मोरनदानी, व्यापारी

ग्राहक सबसे ज्यादा डिमांड भुज की करते हैं, जो पूरा भरा हुआ होता है। इसे हम खास मुम्बई से मंगवाते हैं। वहीं केड़ी की डिमांड भी सबसे ज्यादा है। बच्चों को भी भरी हुई डे्रस ज्यादा पसंद आती है। वह भी अलग-अलग ड्रेस पहनकर गरबा करना पसंद करते हैं।
प्रकाश मोरनदानी, व्यापारी

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