शराब दुकान जिस बस स्टॉप के पास है, उस पर दोपहर में स्कूल और कॉलेज की दर्जनों बसें रुकती हैं। इन बसों से सैकड़ों छात्राएं उतरती हैं। शराब दुकान व आसपास सक्रिय असामाजिक तत्व उन पर कमेंट्स करते हैं।
– नीलम शर्मा, सर्वधर्म बी-सेक्टर
– कोमल थदानी, सूर्या कॉलोनी शराब दुकान के कारण सर्वधर्म में मेन रोड पर अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है। हमने पिछले साल दुकान हटाने के लिए आंदोलन किया था। नेताओंं, अधिकारियों ने इसे हटाने की बात कही थी फिर भी कुछ नहीं हुआ।
– आशा जैन, अध्यक्ष, कोलार मदिरा विरोधी मंच
स्कूल बसों के स्टाफ का पुलिस वेरीफिकेशन(police) अनिवार्य किए जाने के बाद भी किसी स्कूल ने रुचि नहीं दिखाई। उन्हें वेरीफिकेशन की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को देना है। जबकि, डीईओ एक सप्ताह पूर्व आदेश जारी कर चुके हैं।
गुरुग्राम स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल (ryan international school news) में मासूम की हत्या के बाद स्कूलों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सरकार को पत्र लिखकर स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा है। आयोग ने स्कूल के टीचिंग स्टाफ, मैनेजमेंट सहित स्कूल में कार्यरत हर कर्मचारी का वेरीफिकेशन करने को कहा है।
आयोग अध्यक्ष ने बताया कि कई स्कूलों से शिकायतें आती हैं कि वे 15 दिन पहले आवेदन कर चुके हैं, फिर भी पुलिस वेरीफिकेशन नहीं हुआ। पुलिस की भी परेशानी है, फिर भी वेरीफिकेशन जरूरी है। इसमें पेंडेंसी नहीं होनी चाहिए।
स्कूल स्टाफ के पास आई कार्ड होना जरूरी है, जिसे वह अपने गले में डालकर रहें। आमतौर पर स्कूल परिसर में कोई भी घटना होने पर संबंधित क्लास टीचर अथवा किसी कर्मचारी को हटा दिया जाता है, जरूरत इस बात की है कि प्रबंधक को जिम्मेदार मानकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
– राघवेंद्र शर्मा, अध्यक्ष बाल आयोग
– धर्मेंद्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी