अचानक इतना पैसा अपने बैंक खाते में देख डॉ. नंदमेर चौंक गए। पता चला यह राशि किसी ठेकेदार द्वारा उनके खाते में जमा की गई है और अब वो अधीक्षक को देखने की धमकी दे रहा है। डॉ. नंदमेर ने इस राशि को लेकर बैंक और सायबर थाने में शिकायत की है। उनका आरोप है कि ठेकेदार ने उनके खाते में अनाधिकृत रूप से राशि जमा की है। उन्होंने बैंक से गुहार लगाई है कि यह राशि को ब्लॉक कर वापस उसी खाते में जमा कर दें जहां से आई है।
आयकर रिटर्न के दौरान मिली जानकारी: डॉ. नंदमेर ने बताया कि आयकर रिटर्न भरने के लिए उन्होंने सीए से संपर्क किया था। सीए ने दस्तावेजों की जांच के बाद बैंक खाते में हुए कुछ भुगतान की जानकारी मांगी। उन्होंने जांच की तो पता चला कि जनवरी 2022 और जुलाई 2022 में छह बार में कुल का तीन लाख रुपए जमा कराए गए। पड़ताल की गई तो पता चला कि यह एक सप्लायर द्वारा जमा कराई गई है। इसे लेकर सायबर सेल ओर स्टेट बैंक में शिकायत कर इस राशि को ब्लॉक करने की मांग की है।
सवाल भी हुए खड़े: इस पूरे मामले में कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। दरअसल डॉ. नंदमेर द्वारा खाते में जमा की गई तीन लाख रुपए की राशि का जो उल्लेख किया है वो एक बार में नहीं बल्कि छह बार में खाते में जमा की गई है। इसमें से पहले 28 जनवरी को चार बार में एक लाख रुपए, 17 अगस्त को दो बार मे एक लाख और 18 अगस्त को एक लाख रुपए डॉ. नंदमेर के खाते में जमा कराए गए। सवाल यह है कि खाते में छह बार राशि जमा कराई गई लेकिन डॉ. नंदमेर को इसकी जानकारी तक नहीं मिली।