प्रदेश के अधिकांश निकाय क्षेत्रों में मोहल्ला समितियां है, लेकिन ये समितियां सक्रिय भागीदारी नहीं निभा रही हैं। ऐसे में राज्यपाल ने इन समितियों से अपील की है कि वे कोरोना के संघर्ष में नेतृत्व करें। लोगों को कोरोना के बारे में सही जानकारी उपलब्ध कराएं। कोरोना के संंबंध में फैलाए जा रहे भ्रामक संदेशों से प्रभावित नहीं होने के लिए उन्हें सचेत करें। जिन देशों ने कोरोना वायरस संक्रमण फैलने पर नियंत्रण में सफलता पाई है, उनके अनुभव और विशेषज्ञों ने सोशल डिस्टेंसिंग को ही कोरोना के नियंत्रण का तरीका बताया है।
सामाजिक दूरी बनाकर हम वायरस संक्रमण श्रंखला को तोड़ सकते हैं, इसलिए लोगों से कहें कि वे घर पर ही रहें। यदि किसी कारण से बाहर जाना पड़े तो भीड़ में जाएं। उन्होंने समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे नियमित रूप से साबुन और पानी से 20 सेकेण्ड तक अथवा एल्कोहल बेस्ड सेनेटाइजर का उपयोग हाथ धोने में करने की सलाह दें। बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखने के लिए कहें। लॉक डाउन के दौरान सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं हों। सदस्यों को घर पर ही रहकर रचनात्मक और अपनी अभिरूचि के अनुसार गतिविधियां करने, समय व्यतीत करने के लिए संकल्पित करें।