इसमें सबसे खास बात ये है कि ये कार्यवाही केवल मध्यप्रदेश में ही नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार वाले राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी होगी। इस बात के सामने आते ही राजनैतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर राष्ट्रीय संस्थानों पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी की राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राज्य सरकारें अपनी संस्थाओं से संघ समर्थकों को हटाएंगी।
गांधी ने पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘कायर’ करार दिया और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा, राफेल, अर्थव्यवस्था और रोजगार पर बहस करने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा, ‘मोदी को बीते पांच वर्ष के दौरान मैं पूरी तरह से जान गया हूं। वह कायर है और उनके सामने डटकर खड़े हो जाओ तो वह भाग खड़े होते हैं।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ न्यायपालिका से लेकर चुनाव आयोग तक राष्ट्रीय संस्थानों पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है लेकिन इसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी की राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारें अपने संस्थानों से संघ समर्थित लोगों को बाहर निकालेंगी।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में पिछले 15 साल के दौरान सभी संस्थानों में संघ समर्थक भर दिए गए। अब इन्हें बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में संघ को पिछली सरकार ने 800 करोड़ रुपए दिए।
गांधी ने कहा कि मोदी के चेहरे पर ‘डर’ स्पष्ट रुप से दिखाई देता है और वह जान गए हैं कि लोगों को बांटकर देश पर शासन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मोदी का जादू खत्म हो चुका है। डोकलाम में चीन की सेना घुस गई और मोदी बिना किसी एजेंडा चीन चले गए और हाथ जोड़ दिए।
ये खास बातें…
: आरएसएस चाहता है देश को नागपुर से चलाया जाए।
: भाजपा चाहती है मोदी का रिमोट संघ के हाथ में हो।
: राजस्थान, मप्र-छग में संस्थाओं से संघ के लोग बाहर होंगे।