पंडित सुनील शर्मा के अनुसार जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने के लिए मां दुर्गा की आराधना परम सुखदायी मानी गई है। नवरात्रि मां दुर्गा को अत्यंत प्रिय है। वहीं शास्त्रों में वर्णित है कि नवरात्रि में मां दुर्गा अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करती हैं। ऐसा माना जाता है कि नवरात्र में किए गए सात्विक उपाय शीघ्र फलदायी होते हैं।
इनके अलावा पंडित शर्मा के अनुसार यह भी मान्यता है कि नवरात्र में कुछ अचूक उपायों को करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं निश्चय ही पूर्ण हो जाती है। यहां पर हम ऐसे ही नवरात्र के अचूक उपायों के बारे में बता रहे हैं, जिनके संबंध में कहा जाता है कि इनको करने से हर मनोकामना पूरी होती है।
इस संबंध में पंडित सुनील शर्मा का कहना है कि…
— नवरात्र में पूजा के समय प्रतिदिन माता को शहद एवं इत्र चढ़ाना कभी न भूले। नौ दिन के बाद जो भी शहद और इत्र बच जाए उसे प्रतिदिन माता का स्मरण करते हुए खुद पर इस्तेमाल करें, ऐसा करने से मां की आप पर सदैव कृपा द्रष्टि बनी रहेगी।
ये है मान्यता…
नवरात्र में माता दुर्गाजी को शहद को भोग लगाने से भक्तों को सुंदर रूप प्राप्त होता है व्यक्तित्व में तेज प्रकट होता है।
— नवरात्री में मां दुर्गा की आराधना “लाल रंग के कम्बल” के आसन पर बैठकर करना अति उत्तम माना गया है। इससे सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।
— नवरात्र में स्थाई लक्ष्मी प्राप्ति के लिए नित्य पान में गुलाब की 7 पंखुरियां रखकर तथा मां दुर्गा को अर्पित करें ।
इसके अलावा पंडित शर्मा कहते हैं नवरात्र में इन मंत्रो का ज्यादा से ज्यादा जाप करने से सभी मनवांछित कार्य पूर्ण होते हैं।
1 . “सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके । शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते “।।
2 . “ऊँ जयन्ती मङ्गलाकाली भद्रकाली कपालिनी ।दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते” ।।
विघ्न बाधाएं शांत करने के लिए…
पंडित शर्मा के अनुसार नवरात्र में प्रात: श्रीरामरक्षा स्तोत्र का पाठ करने से हर कार्य सफल होते है, वहीं कार्यों के मार्ग में आने वाली समस्त विघ्न बाधाएं शांत होती हैं।
इसके अलावा नवरात्र में मां दुर्गा के सप्तशती पाठ की पूजा विशेष फलदायी होती है। इस दिन जो भी भक्त इसका पाठ करता तो उसे किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती है।
इस अलावा शनिवार को नवरात्र में हनुमान चालीसा करने से शनिदेव भी नहीं सताते हैं। नवरात्र में हनुमान ही की कृपा प्राप्त करने के लिए यह उपाय करें।
नवरात्र के शनिवार को सूर्योदय के पहले पीपल के ग्यारह पत्तें लेकर उन पर राम नाम लिख कर इन पत्तों की माला बनाकर इसे हनुमानजी को पहना दें। इससे कारोबार की सभी परेशानियां दूर होती हैं ,यह प्रयोग बिलकुल चुपचाप करें।
खास टोटके…
— यदि किसी जातक का लाख प्रयासों के बावजूद भी कर्जे से पीछा नहीं छुट रहा है तो वह नवरात्र में मां के श्री चरणों में 108 गुलाब के पुष्प अर्पित करें। प्रात: माता की पूजा के समय सवा किलो साबुत लाल मसूर लाल कपड़ें में बांधकर
अपने सामने रख दें। घी का दीपक जलाकर माता के किसी भी सिद्ध मंत्र का 108 बार जाप करें।
पूजा समाप्त होने के पश्चात मसूर को अपने ऊपर से 7 बार उसार कर किसी भी सफाई कर्मचारी को दान में दे दें। इससे माता की कृपा से कर्जें से छुटकारा मिलने का रास्ता बनने लगेगा ।
— वहीं एक अन्य तरीके के अनुसार यदि किसी व्यकित के ऊपर कर्ज है और लाख चाहने के बाद भी उतर नहीं पा रहा है तो वह जीवन भर का एक नियम बना ले कि उसे नित्य चींटीयों को शक्कर मिलाकर आटा / या पंजीरी (आटे में चीनी को भून कर) किसी पेड़ के नीचे या जहाँ पर चींटियों का बिल है वहाँ पर डालना है।
इस प्रयोग को लगातार करते रहने से कर्ज समाप्त हो जाता है फिर इतनी आमदनी होने लगती है कि कर्ज को भविष्य में लेने की जरूरत ही नहीं रहती है। इस प्रयोग को अगर किसी शुभ मुहूर्त , नवरात्र में किया जाय तो इसका शीघ्र ही फल मिलता है।
वहीं यह भी मान्यता है कि नवरात्र में दिल खोलकर आप अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार दान पुण्य करने से उसका अक्षय फल प्राप्त होता है। आप प्रतिदिन छोटी कन्याओं को कोई न कोई उपहार अवश्य ही दें।
इसके अलावा अपने माता पिता, बहन-भाई और पत्नी को भी कोई न कोई उपहार देकर चकित जरुर करते रहें, गरीब और असहाए की मदद करने का मौका तो बिलकुल भी न गवाएं। यकीन मानिये उन सभी के मुख से आपके लिए शुभ वचन निकलते ही रहेंगे।
आपने माता का आह्वान किया है, उन्हें अपने घर में बुलाया है इसलिए सुबह शाम जो भी घर में भोजन बनाएं सबसे पहले उसका देवी मां को भोग लगाएं, उसके बाद ही घर के सदस्य उसका सेवन करें याद रहे माता या किसी भी मेहमान को भूखा न रखें ।
सुख सौभाग्य के लिए…
नवरात्र में आप अनावश्यक व्यय से बचें, लेकिन यदि संभव हो तो इन दिनों सोने चाँदी के गहने, कपड़े, बर्तन आदि कुछ न कुछ नया सामान अपनी सामर्थ्य के अनुसार अवश्य ही खरीदें और इसे उपयोग में लाने से पहले माता के चरणों में लगाएं। इससे घर में सुख सौभाग्य आता है स्थाई संपत्ति का वास होता है।
बच्चों की बुद्धि विकास के लिए…
घर के छोटे बच्चो विधार्थियों से माता दुर्गा को केले का भोग लगवाएं फिर उनमे से कुछ केले दान में दे दें और बाकी बचे केलो को प्रसाद के रूप में घर के लोग ग्रहण करें माना जाता है कि इससे बच्चों की बुद्धि का विकास होता है।
घर के सदस्यों के बीच में प्रेम बढ़ने के लिए…
मान्यता है कि नवरात्र में दो जमुनिया रत्न लेकर उसे गंगा जल में डुबोकर घर के मंदिर में रखे फिर हर शनिवार को माता दुर्गा का स्मरण करते हुए उस जल को पूरे घर में छिड़क दें, घर के सदस्यों के बीच में प्रेम बढ़ने लगेगा।
इसके बाद पुन: इन रत्नों को गंगा जल में डुबोकर मंदिर में रख दें। इस प्रयोग को नवरात्र से ही शुरू करें तो अति उत्तम है।
पति पत्नी के मध्य प्यार बढ़ाने के लिए…
नवरात्र में एक नए झाड़ू की दो सीकों को उल्टा सीधा रखकर नीले धागे से बांधकर घर के नैत्रत्य कोण ( दक्षिण पश्चिम हिस्सा ) में रखने से पति पत्नी के मध्य प्यार बढ़ता है।
नवरात्र के सोमवार और शनिवार के दिन शिवलिंग पर काले तिल और जल चढ़ाएं यह उपाय बीमारियों से मुक्ति दिलाने वाला बहुत सरल और कारगर उपाय है।
शत्रुओं पर जीत के लिए…
नवरात्री की सप्तमी के दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि की कृपा के लिए दुर्गा सप्तशती के 7वें और 10 वें अध्याय का पाठ करना चाहिए। मां कालरात्रि की कृपा से शत्रुओं का नाश होता है राजद्वार, मुक़दमे में विजय मिलती है।