कुछ कर्मचाररियों को दिया आधा वेतन
नाराज कर्मचारियों ने जब नौकरी छोड़कर श्रम विभाग में शिकायत करने की धमकी दी तो यूडीएस कंपनी ने कुछ कर्मचारियों को नगद वेतन दे दिया। हालांकि यह पेमेंट सिर्फ १५ दिन का दिया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि हमसे बैंक अकाउंट नंबर लेने के बाद भी यूडीएस कंपनी ने हमें कैश पेमेंट किया है।
मरीजों को हो रही दिक्कत
हमीदिया अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने एक साल में 55 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट जीएमसी प्रबंधन को दिया गया है। इसमें से 12.5 करोड़ रुपए सिर्फ हाउसकीपिंग पर खर्च किए जाने हैं। अब कर्मचारियों के न होने से मरीजों को दिक्कत होने लगी है। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को न तो वार्ड ब्वॉय मिल रहे हैं और न ही वार्ड में किसी तरह की कोई मदद मिल रही है। स्ट्रेचर भी मरीज के परिजन ही धकेल रहे हैं।
प्रबंधन का कहना हमारा मतलब नहीं
इस पूरे मामले से हमीदिया अस्पताल के प्रबंधन ने अपने आप को अलग कर लिया है। अस्पताल की पीआरओ अमृता वाजपेयी का कहना है कि यूडीआई कंपनी से हमारा सीधा कोई संबंध नहीं है। एलएलएल ही यूडीएस का काम देखती है। हमने एचएलएल से कहा है कि वह व्यवस्थाएं बनाएं।